Jaunpur News: मेडिकल कालेज में विश्व एनाटॉमी दिवस पर हुआ कार्यक्रम
अजय विश्वकर्मा @ नया सवेरा
सिद्दीकपुर, जौनपुर। उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो० आर० बी० कमता के दिशा निर्देश में विभागाध्यक्ष एनाटॉमी प्रो० भारती यादव ने एनाटॉमी दिवस पर विभाग में कार्यक्रम किया जिसका शुभारंभ प्राधानाचार्य प्रो० आर०बी० कमल ने किया। साथ ही कहा कि एनाटॉमी चिकित्सा विभाग की यह प्रथम सीढ़ी है जो एक विद्यार्थी को "मानव शरीर की जटिल संरचना को समझने का आधार देती है। किसी भी चिकित्सक की पहचान केवल उसकी डिग्री से नहीं, बल्कि उसकी समझ सहानुभूति और सेवा भावना से होती है और यह भावना एनाटॉमी प्रयोगशाला में ही जन्म होती है। उन्होंने कहा कि एनाटॉमी केवल शरीर की रचना का अध्ययन नहीं, बल्कि जीवन के प्रति सम्मान और सेवा की भावना का पाठ भी सिखाती है।" उन्होंने छात्रों को भविष्य के डॉक्टर के रूप में जिम्मेदारी, ईमानदारी और सतत सीखने की भावना अपनाने की सलाह दिया।
इसी क्रम में प्रो० भारती यादव विभागाध्यक्ष एनाटॉमी ने कहा कि हम 15 अक्टूबर को एनाटॉमी दिवस मना रहे हैं। एनाटॉमी चिकित्सा शिक्षा की वह आधारशिला है जिस पर पूरे चिकित्सा विज्ञान की इमारत खाड़ी होती है। विद्यार्थियों का अनुशासित व्यवहार और अध्ययन के प्रति उनकी गंभीरता ही उन्हें एक सफल डॉक्टर बनाती है। छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने जीवन में नियमितता, विनम्रता और जिम्मेदारी को हमेशा प्राथमिकता दें।
डीन रिसर्च प्रो० रुचिरा सेठी ने कार्यक्रम के समापन पर अपने प्रेरणादायक विचार प्रस्तुत किया। साथ ही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य, विभागाध्यक्ष एनाटॉमी सहित अन्य चिकित्सक का धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रो. रूचिरा सेठी ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन और मानवता से जुड़ा हुआ एक व्यापक अनुभव है। विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने अध्ययन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ नैतिकता, अनुशासन और सहानुभूति को भी शामिल करें। अन्त में उन्होंने एनाटॉमी विभाग के समस्त शिक्षकों और छात्रों तथा कर्मचारियों को सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुये कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में न केवल वैज्ञानिक जिज्ञासा बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें एक बेहतर चिकित्सक बनने की दिशा में प्रेरित भी करते हैं।
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एनाटॉमी दिवस कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा रंगोली, पोस्टर स्कीप्ट एवं कविता के माध्यम से विज्ञान और कला का अद्भूत प्रर्दशन किया जिसे उपस्थित सभी शिक्षकों और अतिथियों ने सराहा। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो० तबस्सुम यासमीन, उप प्रधानाचार्य प्रो० आशीष यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो० ए०ए० जाफरी, आउटसोर्स प्रभारी प्रो. उमेश सरोज, डा० विनोद कुमार, डा० सरिता पांडेय, डा० हमजा अंसारी, डा० संजीव यादव, डा० स्वाति, डा० रेनू, एनाटॉमी विभाग के चिकित्सा शिक्षक डा० अर्चना चौधरी, डा० प्रियंका सिंह, डा० मतीन अहमद खान, डा० सैयद उस्मान, डा० दिग्वेश यादव, डा० किशन उपाध्याय, कर्मचारी पवन कुमार, जनमेजय गौतम, सतीश गुप्ता, साधना यादव, मदन चौरसिया, राम अचल बिन्द, बृजेश यादव, रामसिंह मौर्या, मनीषा सहित तमाम नवप्रवेशित छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।


