UP News: सिम विक्रेता गिरफ्तार, एक्टीवेटेड सिम कार्ड बरामद, होने जा रहा था बड़ा खेला
पहले से चालू 6 सिम कार्ड बरामद
नया सवेरा नेटवर्क
आजमगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ हेमराज मीना के निर्देशन में साइबर अपराध व अपराधियों पर अंकुश एवं प्रभावी नियंत्रण बनाये रखने के लिए लगातार चलाये जा रहे अभियान के क्रम में शुक्रवार को साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा पीओएस एजेन्ट (सिम विक्रेता) को गिरफ्तार किया गया। कब्जे से 6 अदद सिम जियो प्री-एक्टीवेटेड बरामद किया गया।
जियो स्टोर कस्बा मेहनगर में मारी छापी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के आदेश के अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक यातायात/नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी के निर्देशन में व क्षेत्राधिकारी सदर, अपराध आस्था जायसवाल के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना देवेन्द्र प्रताप सिंह की टीम उ.नि. योगेन्द्र प्रसाद यादव मय हमराह थाने पर मौजूद थे। उसी समय साइबर सेल के हे.का. ओमप्रकाश जायसवाल आये और बताया कि साइबर क्राइम मुख्यालय द्वारा पीओएस एजेन्ट (सिम विक्रेता) की जांच करायी जा रही है, जिसकी जांच के क्रम में विश्वस्त सूत्रों व मुखबिर से ज्ञात हुआ कि जियो स्टोर कस्बा मेहनगर में फर्जी तरीके से सिम एक्टिवेट करके बेचे जा रहे हैं। जांच के लिए उ.नि. योगेन्द्र प्रसाद यादव मय हमराह हे.का. ओमप्रकाश जायसवाल, हे.का. सुखनन्दन सिंह यादव, का. रामाश्रय यादव, का. सभाजीत मौर्य, का. संजय कुमार के साथ सरकारी वाहन से सिम विक्रेता की जांच के लिए थाना हाजा से रवाना होकर जियो स्टोर कस्बा मेहनगर पहुंचे।
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ग्राहक को बेचने जा रहा था सिम
इस दौरान प्रतिष्ठान बन्द था, जिसके उपरान्त आस पास के लोगों से पूछताछ के क्रम में ज्ञात हुआ कि यह स्टोर डिस्ट्रीब्यूटर साहिल कुमार पुत्र रमेश प्रसाद निवासी धरनीपुर रानीपुर थाना मेहनगर, आजमगढ़ के देखरेख में चलता है। इस बीच संदीप कुमार नाम के व्यक्ति आये जो बताये कि मैं साहिल कुमार का भाई हूं जिनके द्वारा प्रतिष्ठान खोला गया तथा उनके द्वारा बताया गया कि मेरा भाई प्रतिष्ठान पर नहीं है। अभी कहीं गया है। तत्पश्चात हम पुलिस बल मेहनगर कस्बे में जांच पूछताछ कर रहे थे कि मुखबीर खास द्वारा आकर बताया गया कि साहिल कुमार मेहनगर कस्बे के बाहर सिंचाई विभाग के कार्यालय के सामने बाउन्ड्री के पास सिम लेकर खड़ा है जो किसी ग्राहक को बेचने के इंतजार में है। सूचना पर टीम पहुंची और आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से एक सिम जियो एक्टिवेटेड व 5 सिम जियो अनपैक्ड अनएक्टिवेटेड बरामद किया गया।
नेटवर्क न आने का बहाना बनाकर कई बार लगवा लेता हूं अंगूठा, 2-3 सिम कर लेता हूं एक्टिवेट
पूछताछ में साहिल कुमार द्वारा बताया गया कि कई व्यक्ति अन्य व्यक्ति की आईडी पर फर्जी सिम की मांग करते हैं तथा उसके लिए मुझे दो से तीन हजार रुपए मिल जाते हैं। मैं ग्राहकों को नेटवर्क न आने का बहाना बताकर दो या तीन बार अंगूठा लगवाकर अतिरिक्त सिम एक्टिवेट कर रख लेता हूं। बाद में सही पैसा मिलने पर बेच देता हूं। पूछने पर कि कितना सिम बेचे हो तो बता रहा है कि नाम याद नहीं है, लेकिन कई सिम बेचा हूं, जिसमें से खेवसीपुर गांव के आशुतोष यादव की आईडी पर भी एक सिम बेचा हूं जो याद आ रहा है। यह जो सिम एक्टिवेट किया हूं इसे भी बेचने के लिए ले जा रहा था। यह सिम एक ग्रामीण विजय बहादुर के नाम से एक्टिवेट किया हूं।
जनपदवासियों को नोडल अधिकारी साइबर क्राइम का जागरूकता संदेश
अपने आधार कार्ड की सुरक्षा करें
किसी भी अनजान व्यक्ति या दुकान को अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य पहचान पत्र की छाया प्रति देते समय दिनांक एवं देने का कारण अवश्यक लिखें। कोई सिम कार्ड लेते समय एक बार से अधिक फिन्गर लगवाये तो सतर्क हो जायें।
कभी भी ओटीपी साझा न करें
सिम कार्ड एक्टिवेशन या वेरिफिकेशन के नाम पर कोई भी व्यक्ति ओटीपी मांगता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं। यह साइबर ठगी का हिस्सा हो सकता है।
अपने नाम पर कितने मोबाइल नंबर हैं, जांचें
अपने नाम पर जारी सभी मोबाइल नंबरों की जांच संचार साथी पोर्टल पर करें।
अगर कोई नंबर आपके नाम पर बिना आपकी जानकारी के जारी है, तो उसे तुरंत अपने नजदीकी थानें या साइबर थानें में रिपोर्ट करें।
साइबर अपराध की रिपोर्ट करें — Helpline 1930 या www.cybercrime.gov.in