Bareilly News : असली खेल भावना का सार 'सक्षमता' में है, 'अक्षमता' में नहीं | Naya Savera Network
- बरेली इंटर-स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट हुई आशा स्कूल में
निर्भय सक्सेना @ नया सवेरा
बरेली। विशेष बच्चों की इंटर- स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट 2024 में बच्चों की शारीरिक शक्ति, अनुशासन और दृढ़ता उजागर हुई। वहीं इस बात पर जोर दिया कि असली खेल भावना का सार 'सक्षमता' में है, 'अक्षमता' में नहीं। सेना के सहयोग से आशा स्कूल में विविधता और समावेश का एक अच्छा उत्सव हुआ जिसमें आशा स्कूल, बरेली ने इंटर- स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट का सफल आयोजन किया। यह एक रोमांचक आयोजन था, जहां बरेली शहर के विभिन्न विशेष विद्यालयों के खिलाड़ियों ने अपना हुनर, दृढ़ संकल्प और टीम भावना प्रदर्शित की।इंटर- स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट 13 नवंबर 2024 को आशा स्कूल बरेली में हुई जिस में बच्चों, शिक्षकों, परिवारों और भारतीय सेना ने मिलकर इन विशेष युवा खिलाड़ियों का उत्साह बर्धन एवं समर्थन किया।
इस में खेल गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी, जो प्रतिभागियों को सशक्त बनाने और उन्हें प्रतिस्पर्धा करने, आनंद लेने और अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अवसर देने के लिए बनाई गई थी। इन खेलों में ट्रैक और फील्ड, सॉफ्ट बॉल, बोचे बॉल और लॉन्ग जंप जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं, जिन्हें विभिन्न आवश्यकताओं वाले बच्चों की सुविधा के अनुरूप डिज़ाइन किया गया था। इंटर- स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट 2024 में बच्चों की असली खेल भावना का सार 'सक्षमता' में है, 'अक्षमता' में नहीं था।
भारतीय सेना के सहयोग से, इस खेल आयोजन में सभी प्रतिभागियों को ताजगी देने वाले खाद्य पदार्थ, मेडल और स्मृति उपहार प्रदान किए गए ताकि यह आयोजन सभी के लिए और भी यादगार बन सके। सुश्री मिनी मिश्रा के अनुसार इस इंटर-स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट 2024 समावेशिता की शक्ति और बच्चों एवं युवाओं के लिए सुलभ खेलों के महत्व का प्रतीक बना। इस अच्छे प्रयास के माध्यम से भारतीय सेना इन युवा खिलाड़ियों की अदम्य भावना का जश्न मनाना चाहती है, जो एक ऐसे समाज की प्रेरणा हैं, जहां हर क्षमता को सराहा और प्रोत्साहित किया जाता है।