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- आरएसएसडीआई की कान्फ्रेंस का डिप्टी सीएम ने किया शुभारंभ
लखनऊ। डायबिटीज जीवनशैली से जुड़ी गंभीर बीमारी है। यह तेजी से बढ़ रही है। बेकाबू डायबिटीज से कई तरह की दूसरी गंभीर बीमारियां घेर सकती हैं। जीवनशैली में सुधारकर इसके खतरों से खुद को बचा सकते हैं। शनिवार को यह बातें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहीं।
वह अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआई) की कान्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। डिप्टी सीएम ने कहाकि डायबिटीज पर काबू पाने के जीवनशैली सुधारें, नियमित कसरत करें। संतुलित भोजन लें। पिज्जा-बर्गर, चाउमीन, छोला-भटूरा आदि संतुलित मात्रा में ही लें।
इस मौके पर एमएलसी अश्विनी निगम, केजीएमयू फॉर्माकोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. आमोद कुमार सचान, फिजियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नरसिंह वर्मा, डॉ. अजय तिवारी व डॉ. अनुज माहेश्वरी मौजूद रहे।
- थोड़ी-थोड़ी में खाएं डायबिटीज मरीज
कान्फ्रेंस के आयोजक सचिव डॉ. अजय तिवारी ने कहा कि डायबिटीज के मरीज शकर के अत्याधिक सेवन से परहेज करें। भोजन भी एक साथ करने से बचें। थोड़े-थोड़े अंतराल में कुछ-कुछ खाते रहें। साथ ही गेहूं के आटे में अवायन और मेंथी मिलाना, इडली बनाते समय उसमें रागी और मोटे अनाजों की मिलावट करें। मोटे अनाज की मैक्रोनी, सत्तू का पेय, मठ्ठा जैसे पदार्थों का सेवन करें।
- डायबिटीज मरीजों की आंख पर खतरा
डॉ. पूजा कनोडिया ने बताया कि बेकाबू डायबिटीज से आंखों की रोशनी तक जा सकती है। चिकित्सा विज्ञान में इसे डायबिटिक रेटिनोपैथी कहते हैं। इसमें आंखों को खून पहुंचाने वाली नसों में दिक्कत आ जाती है। नतीजतन मरीज की नजर कमजोर हो जाती है। इससे बचने के लिए डायबिटीज मरीज समय-समय पर आंखों की जांच कराएं।
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