नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। श्रमजीवी विस्फोट कांड में अभियोजन कथानक से स्पष्ट है कि लश्कर के ओबैदुर्रहमान व याहिया जिन्होंने पाकिस्तान में बम बनाने व हथियार की ट्रेनिंग ली व आईएसआई के प्रभाव में कार्य कर रहे थे, वे अन्य आतंकियों के साथ बांग्लादेश के हूजी संगठन के रोनी, हिलाल, कंचन के साथ बांग्लादेश की पद्मा नदी पार कर भारत में प्रवेश किए। साथ ही बांग्लादेश के हूजी संगठन से जुड़े अनीसुल, मुहीबुल आदि ने पाकिस्तान में हथियार वगैरह की ट्रेनिंग लिया। आईएसआई एजेंट रहीम ने याहिया व अब्दुल्ला को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी। स्पष्ट है कि पाकिस्तान बांग्लादेश की सीमा के रास्ते भारत में आतंकियों को प्रवेश कराया और नकली नोट भी पाकिस्तान से एजेंटों के माध्यम से बांग्लादेश से भारत में भेजी गई।
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