नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर! अज़ादारी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मिर्ज़ा जावेद सुल्तान के आवास कटघरा में 12 मोहर्रम की तीजे( फूल) की मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना ने कहा कि शहादते इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से हमें ये तालिम हासिल होती है कि हमें हर हाल में हक़ के साथ होंना चाहिए. उन्होंने हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की बहन जनाब ज़ैनब के मसायब के हवाले से कहा कि अगर जनाब ज़ैनब ( स. अ ) न होतीं तो वाकए कर्बला कर्बला में ही दफन हो जाता, हज़रत ज़ैनब की कूफा और शाम में की गई तक़रीरों का ही असर था कि दुनिया ने हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत की अहमियत को समझा यज़ीद के ज़ुल्म की दास्तान से घर घर पहुंची पूरी दुनिया यज़ीद से नफ़रत करने लगी। मजलिस की शोज़ खानी अमन सलमानी नेकी एवं अंजुमन गुंचे हैदरिया कोरा पट्टी ने नौहा मातम किया. मजलिस में हसन मुसुन्ना, एएम डेज़ी, मिर्जा रफत बैग, राजा, फैजी मुगल, मोहम्मद नुरुल्लाह मुल्तान, अंजुम सईद, हैदर मेहंदी, बाबू, मिर्जा बाबर, मोहम्मद शारिक, साकिब, साहिल आब्दी व काफी संख्या में मौला को चाहने वालों ने शिरकत किया. मजलिस में आए हुए लोगों का आयोजक मिर्जा जावेद सुल्तान ने शुक्रिया अदा किया.
 |
AD |
 |
AD |
 |
AD
|