जूस पीने से भी है डायबिटीज का खतरा, जानिए रोजाना कितनी मात्रा में पिएं | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
जूस हमारे शरीर के बेहद फायदेमंद माना जाता है. ये हमारे शरीर को हेल्दी रखने के साथ-साथ ताकत भी देता है. वैसे भी आज के बिजी लाइफस्टाइल में जूस का चलन तो और तेजी से बढ़ा है. फलों का जूस निकाला, फटाफट पिया और बैग उठाकर चल पड़े काम पर. इससे समय भी बचेगा और सेहत भी बनेगी. लेकिन जैसा हम सोचते है जूस वाकई उतना फायदेमंद है? चलिए आपके इस सवाल का जवाब हम देने की कोशिश करते हैं.
बहुत से लोग जूस पीने के पीछे ये तर्क भी देते हैं कि इससे हमारी बॉडी डिटॉक्स होती है. सच बात तो ये है कि हमारा शरीर का सिस्टम ऐसा है कि ये अपने आप डिटॉक्स करता है.
- रोजाना कितना जूस पीना सही
कोई भी चीज तभी फायदेमंद साबित होती है, अगर उसे सीमित मात्रा में लिया जाए. यही नियम जूस पर भी लागू होता है. दरअसल, WHO की गाइडलाइन्स के मुताबिक, रोजाना 150 मिलीलीटर जूस ही पीना चाहिए. इसके अलावा, सिर्फ 30 ग्राम चीनी का ही इनटेक करना चाहिए. नैचुरल शुगर वाला जूस भी टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है.
इसको लेकर दिल्ली केजनरल फिजीशियन डॉ. अजय कुमार का कहना है कि बेशक जूस हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है लेकिन इसकी सेवन भी तय मात्रा में ही करना चाहिए.डॉ. अजयकहते हैं कि अगर हम रोजमर्रा की बात करें शरीर को 160 से ऊपर शुगर की जरूरत नहीं पड़ती है. इससे ज्यादा बॉडी पर बुरा असर पड़ता है.
- जूस से डायबिटीज कैसे?
तो आपतो बता दें कि ज्यादातर फलों के जूस में फ्रक्टोज़ पाया जाता है. फ्रक्टोज़ चीनी का ही एक रूप है. जब हम जूस पीते हैं तो फ्रक्टोज़ तेजी से हमारे खून में घुल जाता है. जब ब्लड में अचानक चीनी की मात्रा बढ़ती है, तो हमारा अग्न्याशय इंसुलिन नाम का हारमोन छोड़ता है, जो चीनी की मात्रा को नियंत्रित करता है. ऐसा बार-बार होने पर लोगों को टाइप 2 डायबिटीज़ होने की आशंका बढ़ जाती है. हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अजय कहते हैं कि रोजाना अगर तय मात्रा में ही जूस पिया जाए तो हमारी हेल्थ को कोई नुकसान नहीं है.
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