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विश्व श्रवण दिवस पर हुई गोष्ठी में भाग लेते लोग। |
नया सवेरा नेटवर्क
लोगों को किया गया जागरूक
जौनपुर। विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ लक्ष्मी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को किया गया। इस अवसर पर सीएमओ ने कहा कि वि·ा स्तर पर हर साल 3 मार्च को बहरेपन और सुनवाई की हानि को रोकने और दुनिया भर में कान और सुनने की क्षमता की देखभाल को बढ़ावा देने के बारे में जागरु कता फैलाने के प्रयासांे पर वि·ा श्रवण दिवस मनाया जाता है। नोडल अधिकारी एनपीपीसीडी कार्यक्रम डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि बहरापन ऐसी समस्या है जो उम्र बढ़ने के साथ होने वाली समस्या न होकर बचपन मे शुरु होने वाली परेशानी है। दुनिया भर में लगभग 466 मिलियन लोगो को सुनने मे दुर्बलता यानि बहरापन होता है, जिनमे से 34 मिलियन बच्चे है। दुनिया में लगभग 32 मिलियन बच्चो में सुनने की क्षमता में कमी है और प्रत्येक एक हजार मे ंसे 1 बच्चा जन्मजात सुनने की दुर्बलता के साथ पैदा होता है। कहा कि गलसुआ और खसरा आदि के संक्रमण के बाद भी कुछ लोगो में कम सुनने की समस्या होती है। कई बार दवाइयों के रियक्शन से भी ऐसा हो जाता है। इस मौके पर अपर/उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ एसपी मिश्रा, डॉ. नरेन्द्र सिंह जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सत्यव्रत त्रिपाठी, जयप्रकाश गुप्ता, अजय सिंह, एवं कार्यालय के समस्त अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। चंदवक संवाददाता के अनुसार वि·ा श्रवण दिवस के अवसर पर एन सीडी सेल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोभी में डॉ. प्रिंस मोदी की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। डॉ.मोदी ने बहरेपन की समस्या पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि वि·ा स्वास्थ्य संगठन के अध्ययन के अनुसार आज हर 20वां आदमी बहरेपन की समस्या से प्रभावित है। बताया कि जागरूकता कार्यक्रम की थीम है सभी के लिए कान व श्रवण की समस्या का देखभाल। उन्होंने बहरेपन की समस्या व उसके उपचार तथा बचाव के संबंध में विस्तार से बताया। कहा कि ज्योहीं श्रवण संबंधी समस्या आए इलाज तुरंत कराना चाहिए। सीएचसी पर इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
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