नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। सीएमओ कार्यालय सभागार में सोमवार को कंगारू मदर केयर (केएमसी), चाइल्ड डेथ रिव्यु (सीडीआर) एवं मैटरनल डेथ सर्विलांस एंड रिस्पांस (एमडीएसआर) चर्चा हुई। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि सही रिपोर्टिंग, बीमारी के कारणों का पता लगाने से मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। महिलाओं को गर्भावस्था के समय सही जानकारी उपलब्ध कराई जाए तो सुरक्षित प्रसव कराया जा सकता है।
बाल रोग विभाग (बीएचयू) के एसोसिएट प्रोफसर डॉ अतुल कुमार सरोज ने कहा कि समय से पहले और कम वजन के जन्मे शिशुओं की विशेष देखभाल करनी चाहिए। गर्भावस्था या प्रसव/गर्भपात के 42 दिनों के भीतर महिला की मृत्यु की सूचना देना जरूरी है।
न्यूट्रीशन इंटरनेशनल की मंडल समन्वयक अपराजिता ने बताया कि समस्त आशा कार्यकर्ता की ओर से 104 हेल्पलाइन नंबर पर मातृ व शिशु मृत्यु की सूचना देने पर 1000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इस दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ एचसी मौर्य, एसीएमओ डॉ एके मौर्य, प्रशासनिक अधिकारी शेषमणि, डीपीएम संतोष कुमार सिंह, डीएचईआईओ हरिवंश यादव थे।
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