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शिक्षण सामग्री तैयार कर दिखाते अध्यापक। |
नया सवेरा नेटवर्क
बक्शा में शुरू हुई तीन दिवसीय टीएलएम निर्माण कार्यशाला
जौनपुर। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्री प्राइमरी के विद्यार्थियों को पढ़ाने के तरीके सिखाये जा रहे हैं। बुधवार को बक्शा बीआरसी पर तीन दिवसीय पूर्व प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए विकास खंड स्तरीय टीएलएम निर्माण कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला के जरिए अध्यापकों को कक्षा एक दो व उसके पूर्व के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए अध्यापक शिक्षण सामग्री का निर्माण और उसके जरिए पढ़ाने की विधि सिखाई जायेगी। प्रशिक्षण के पहले दिन अध्यापकों को बच्चों को भाषा बोध कराने व चित्रों के माध्यम से अक्षरों की पहचान कराने के गुर सिखाये गये। गौरतलब हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षा को दुरदर्शा से निकालने के लिए एक के बाद एक प्रभावी कदम उठाये हैं। इसके पहले निपुण भारत कार्यक्रम के तहत ब्लॉक के सभी अध्यापकों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिसमें कक्षा एक से लेकर जूनियर तक के बच्चों को भाषा और गणित सिखाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। इसी क्रम में अध्यापकों को कक्षा में सहायक सामग्री के जरिए शिक्षा देने का गुण भी सिखाने के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। बुधवार को पहले दिन कुल एक सौ बीस अध्यापक व अध्यापिकाओं ने इस कार्यशाला में प्रतिभाग किया। इस दौरान प्रशिक्षकों द्वारा बताया गया कि बच्चों को बहुत सी सामग्रियों की पहचान व ज्ञान पहले से होता है लेकिन उसको लिखने का तरीका नहीं आता। अध्यापक शिक्षण सामग्री के द्वारा उन्हें वस्तुओं की पहचान कराने के साथ अक्षरों की भी पहचान करा सकते हैं। इस कार्यशाला में पहले दिन अध्यापकों से विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के साथ उनसे टीएलएम निर्माण भी कराया गया।
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