Jaunpur News: गुहार: हम लोगों को मिले न्याय, ताकि जी सके चैन की जिन्दगी
मुर्की गांव में बसे संदिग्ध मिर्जापुर जिले का बता रहे निवासी
खच्चर घोड़ा बेचना व खरीदना लोगों का मुख्य व्यवसाय
वर्षों से ईंट भट्टों पर भी करते आ रहे काम
विनोद कुमार @ नया सवेरा
केराकत, जौनपुर। जनपद का मुर्की का इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। चक्की चौराहे से लेकर गली मोहल्ले में इसकी हलचल सुनी जा सकती है।आरोप है कि प्रधान, तहसीलदार व लेखपाल की मिलीभगत से मुर्की गांव के गुलज़ार नगर मजरे में डेढ दशकों से लगभग 200 संदिग्ध लोग आकर बसे हुए है इसकी खबर मीडिया में प्रकाशित होते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। लोग तरह—तरह के कयास लगाने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार ने स्थानीय स्तर पर छानबीन के लिए दो टीमें गठित कर मंगलवार तक जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। अब हर किसी को जांच रिपोर्ट की बेसब्री से इंतज़ार है।
क्या है पूरा मामला
मामले की पड़ताल की गई वहां देखा गया कि कुछ लोग पक्के मकान में है तो कुछ लोग प्लास्टिक का टेंट लगाकर जीवन यापन कर रहे हैं। पूछताछ की गई तो मो गब्बर, मो नियाज़, मो रोजा व असमा ने बताया कि मिर्जापुर जिले के आही गांव के मूल निवासी हैं। मुख्य रूप से खच्चर घोड़ा बेचने और खरीदने के साथ ही ईंट भट्टे पर काम कर जीवन यापन करते हैं।
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विगत 19 वर्ष पूर्व लालगंज के रहने वाले मुस्ताख अहमद ने पौनी कला स्थित भट्ठे पर काम करने के लिए मिर्जापुर से लाए थे जिसके बाद हम लोगों ने 7 वर्षों तक ईट भट्टे व खच्चर घोड़ा से कमाकर गुलजार नगर में अब्बुल ईशा से जमीन खरीद पूरे परिवार के साथ 12 सालों से रह रहे हैं और लगभग 50 लोगों का निर्वाचन कार्ड व आधार कार्ड बनवाया गया है। लोगों का आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगों द्वारा हम लोगों को परेशान किया जा रहा है। शासन/प्रशासन से अपील है कि हम लोगों के साथ न्याय करें, ताकि हम लोग चैन की जिंदगी जी सके।
मामले के जांच—पड़ताल में करेंगे पूरा सहयोग: सादिक
अपने ऊपर लगे आरोप को लेकर ग्राम प्रधान मोहम्मद सादिक ने बताया कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। मैं इन लोगों के बारे में कुछ नहीं जानता हूं। इन लोगों के बसने के पूर्व मैं विदेश में रहता था। इनके राशन कार्ड, आधार कार्ड व मतदाता पहचान पत्र बनवाने में मेरी कोई भूमिका नहीं है। स्थानीय प्रशासन के साथ मामले के जांच पड़ताल में पूरा सहयोग करेंगे।अगर जांच में वे लोग संदिग्ध पाए जाएंगे तो उनपर कानूनी कार्यवाही कराई जायेगी।


