Jaunpur News: मै जिन्दा हूँ साहब! मेरी पेंशन क्यूँ बन्द कर दी
लापरवाही की भेंट चढ़ी वृद्धा की पेंशन
नया सवेरा नेटवर्क
सुइथाकला, जौनपुर। क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम सुकरनाकलां की एक बुजुर्ग महिला को सरकार से मिलने वाली वृद्धा पेन्शन जीवन गुजारने का सहारा थी। इन्हें प्रत्येक तीन माह पर एकमुश्त मिलने वाली पेंशन का बेसब्री से इंतजार रहता था लेकिन 3 वर्ष पूर्व समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने जीवित वृद्धा को मृत बता उसकी वृद्धावस्था पेन्शन बन्द कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता दौलती देवी पत्नी रघुवर, गले में 'साहब अभी मै जिन्दा हूँ' की तख्ती लगाए हाँथ में पेन्शन बहाली का प्रार्थना पत्र लिये मंगलवार को जिलाधिकारी जौनपुर कार्यालय पहुँची। पीड़िता के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में विभाग ने उनको मृतक घोषित कर पेंशन बंद कर दी। पेन्शन बन्द होने पर जब उन्होंने समाज कल्याण विभाग से संपर्क किया तो उन्हें नया बैंक खाता खुलवाकर उपलब्ध कराने के लिए कहा गया। उन्होंने नया खाता खुलवाकर विभाग को दिया तब पता चला कि शासन स्तर से उन्हें मृतक घोषित कर पेन्शन बन्द कर दिया गया है अब उन्हें पेन्शन का लाभ नहीं मिलेगा।वृद्धा ने डीएम से पुनः पेंशन बहाल करने की मांग की है।
यह भी पढ़ें | सिर्फ़ प्यार की नहीं, यह भावनाओं की कहानी है: संजय त्रिपाठी ने मन्नू क्या करेगा? पर देहरादून मीडिया इंटरैक्शन में कहा
जीवित वृद्धा को मृत दिखाकर रोक दी वृद्धावस्था पेन्शन
सुइथाकला के सुकर्णाकलां गांव की एक वृद्ध महिला ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि उसे जिंदा होने के बावजूद मृत दिखाकर वृद्धावस्था पेंशन रोक दी गई है। महिला ने बताया कि वर्ष 2022 तक उसकी पेंशन नियमित रूप से बैंक खाते में आती रही। इसके बाद समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने पुराना खाता बंद कर नया खाता खुलवाने की बात कही। उसने नया खाता भी खुलवाया, लेकिन पेंशन आनी बंद हो गई। काफी दिनों बाद जब उसने विभाग में पता किया तो पता चला कि उसे मृतक दिखाकर उसकी पेन्शन रोक दी गई है। वृद्धा ने जिलाधिकारी से पुनः पेन्शन बहाल करने माँग की है।