Jaunpur News: कुछ ही समय में जमा कर लिए थे 10 लाख, अब जेल में होगी खातिरदारी, साइबर थाना जौनपुर को मिली बड़ी सफलता
- ठगों ने कहा - एक हजार गंवाने पर कोई नहीं करता है शिकायत
- OLX पर फर्जी आईडी, हजारों लोगों के साथ फ्राड करने वाले गैंग का पर्दाफाश
- मुख्य सरगना समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। एसपी डॉ. कौस्तुभ के निर्देशन में साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण व एसपी सिटी / नोडल साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी आयुष श्रीवास्तव, सीओ सिटी, नोडल साइबर क्राइम देवेश सिंह, क्षेत्राधिकारी साइबर क्राइम शुभम वर्मा के निर्देशन में साइबर अपराध व साइबर अपराधियों पर अंकुश एवं प्रभावी नियन्त्रण बनाये रखने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में जौनपुर पुलिस ने ओएलएक्स (OLX) पर फर्जी आईडी बनाकर फ्लैट, कमरा बुकिंग व सामान खरीदने-बेचने के नाम पर हजारों लोगों के साथ साइबर फ्राड करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। गुरुवार की दोपहर करीब साढ़े 3 बजे प्रभारी निरीक्षक महेश पाल सिंह ने बताया कि उनकी टीम द्वारा गैंग के मुख्य सरगना सहित 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
15 साइबर ठगी के मामले दर्ज
अभियुक्तों के कब्जे से 4 मोबाइल फोन मय 6 सिम कार्ड, 6 एक्टिवेटेड सिम, एक लैपटाप मय चार्जर, एक कलर प्रिंटर, एक बायोमैट्रिक, 6 कूटरचित आधार कार्ड, 3 एटीएम कार्ड, नकद 4070/रुपया बरामद किया गया हैं। देश के भिन्न-भिन्न राज्यों में इनके विरुद्ध अब तक जांच से 15 साइबर ठगी (एन.सी.आ.पी. कम्प्लेन) के मामले दर्ज हैं। थाना साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक महेश पाल सिंह की टीम द्वारा चांदपुर विश्वनाथ कोल्ड स्टोरेज जो बन्द गेट के पास मंदिर के पास से बुधवार की रात करीब सवा 7 बजे गिरफ्तार किया गया हैं। आरोपियों के विरुद्ध मु.अ.सं. 11/25 धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) बीएनएस व 66सी, 66डी आईटी एक्ट थाना साइबर क्राइम पर पंजीकृत किया गया।
फर्जी तरीके से बनाते थे आधार कार्ड
गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम चारों लोग मिलकर फोटोशाप के माध्यम से कूटरचित आधार कार्ड तैयार कर उससे रामदास से प्राप्त फर्जी सिम के द्वारा ओएलएक्स (OLX) ऐप पर फ्लैट/कमरा बुकिंग व सामान खरीदने बेचने के नाम पर साइबर फ्राड का काम करते हैं। ओएलएक्स (OLX) पर फर्जी सिम के माध्यम से आईडी बनाकर फ्लैट/कमरा व सामान दिखाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस एक हजार रुपये जमा करने के लिए बोलते थे। जैसे ही कस्टमर पैसा देने के लिए तैयार होता था तो अभियुक्तों द्वारा जनसेवा केन्द्र व आसपास के दुकानदार तथा परिचित लोगों के बैंक यूपीआई नंबर व क्यूआर कोड भेज कर पैसा मंगा लेते थे फिर कस्टमर को ब्लाक कर देते थे। इसी प्रकार इन लोगों द्वारा अब तक हजारों लोगों के साथ लगभग 10 लाख रुपये तक की साइबर ठगी की गयी है। अपराधियों द्वारा बताया गया कि हम लोग कस्टमर से कम रुपये की ठगी इसलिए करते थे कि कम पैसे फ्राड होने की वजह से ज्यादातर लोग कम्प्लेन नहीं करते हैं।
फर्जी सिम प्राप्त करने का तरीका
रामदास प्रजापति से जो पीओएस एजेन्ट हैं। रामदास भोले-भाले लोग जो उसके पीओएस पर सिम लेने आते थे। उनका दो बार अंगूठा लगवाकर दो सिम जारी कर एक सिम कस्टमर को देता था। दूसरा सिम ये लोग साइबर फ्राड में इस्तेमाल करते थे।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त
गिरफ्तार अभियुक्तों में धर्मेन्द्र प्रजापति पुत्र रामजतन प्रजापति निवासी ग्राम ढोरा पोस्ट बरही नेवादा थाना फूलपुर जनपद वाराणसी, मनोज सरोज पुत्र उमाशंकर सरोज निवासी तरती लक्षनपुर बनेवरा थाना नेवढिया जनपद जौनपुर, रामदास प्रजापति पुत्र लक्ष्मी नारायण प्रजापति निवासी भुवाजाग पो. डोमनपुर चिवथिया थाना चौरी जनपद भदोही और अंकित कुमार यादव पुत्र रामलोचन यादव निवासी नवापुर थाना नेवढ़िया शामिल हैं। आरोपियों के पास से 4 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, 6 एक्टिवेटेड सिम कार्ड, एक एचपी लैपटाप मय चार्जर, 1 कलर प्रिंटर, एक बायोमैट्रिक, 6 कूटरचित आधार कार्ड, 3 एटीएम कार्ड, 4070/रुपया नकद बरामद किया है।
गिरफ्तारी/सराहनीय कार्य करने वाली थाना साइबर क्राइम जनपद जौनपुर की पुलिस टीम
प्र.नि. महेश पाल सिंह, म.उ.नि. नीलम सिंह, हे.का. आलोक कुमार सिंह, हे.का. प्रभात कुमार द्विवेदी, हे.का. मुकेश कुमार, हे.का. पुष्पेन्द्र सिंह, हे.का. संतोष यादव, का. आनन्द कुमार, का. संग्राम सिंह यादव, का. प्रफुल्ल यादव, का. सत्यम गुप्ता, का. सुगम यादव, का. चन्दन यादव, का. अजीत कुमार, का. परवेज अहमद, म.का. आकांक्षा सिंह शामिल रहीं।
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