Azamgarh News: साइबर अपराधों से रहे सजग, जानकारी ही सही बचाव : ओपी जायसवाल | Naya Sabera Network
सनबीम स्कूल आजमगढ़ में साइबर क्राइम के प्रति जागरूता कार्यक्रम आयोजित
नया सवेरा नेटवर्क
आजमगढ़। साइबर जागरूकता अभियान के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक, नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी के नेतृत्व में जनपद के समस्त थाना क्षेत्र में छात्र-छात्राओं एवं आम जनमानस को साइबर क्राइम से संबंधित बचाव की जानकारी दी गई। सनबीम स्कूल आजमगढ़ में साइबर क्राइम के प्रति जागरूता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं को सोशल मीडिया के उपयोग के साथ-साथ क्यूआर कोड एवं ई-वॉलेट से होने वाले साइबर क्राइम से बचाव के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई।
अनजान नम्बर से आये वीडियो कॉल न उठाये
हे.का. ओमप्रकाश जायसवाल ने बताया कि साइबर अपराध के शिकार होने से बचने के लिए मोबाइल और कम्युनिकेशन गैजेट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सोशल साइट्स, ऐप के उपयोग से पहले उसकी प्राइवेसी सेटिंग कर प्राईवेसी लगायें, अनजान नम्बर से आये वीडियो कॉल न उठाये, अनजान लिंक पर क्लिक न करें, सोशल साइट्स के पासवर्ड को नियमित तौर पर बदलते रहें।
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मोबाइल नम्बर को कभी भी अपनें किसी भी सोशल साइट्स का पासवर्ड नहीं बनाना चाहिए। मोबाइल पर किसी को भी अपने एटीएम, क्रेडिट कार्ड और बैंक संबंधित कोई भी जानकारी न दें। कार्यक्रम में प्रभारी साइबर सेल उ.नि. अबुशाद अहमद, उ.नि. योगेन्द्र प्रसाद यादव साइबर क्राइम थाना रानी की सराय, का. विकास कुमार, का. रामाश्रय यादव व महिला आरक्षी संज्ञा उपस्थित रहे।
साइबर क्राइम का जनपदवासियों से साइबर क्राइम से बचाव हेतु अपील
- पिछले कुछ दिनों में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर साइबर क्राइम अपराधियों द्वारा बहुतायत में इस प्रकार का अपराध किया जा रहा है, जिसमें उनके द्वारा आपको फोन कर कहा जाता है कि आपका बेटा, बेटी या परिजन को किसी आपराधिक मामले में गिरफ्तार किया गया है तथा उन्हे छोड़नें के नाम पर पैसों की मांग की जाती है। अपराधी द्वारा अपने को पुलिस विभाग का अधिकारी या सीबीआई का अधिकारी बताया जाता है। यदि ऐसा कोई काल आपको आता है तो बिना घबराये सबसे पहले नजदीकी पुलिस थाने पर इसकी शिकायत दर्ज करायें और किसी भी स्थिति में कोई पैसा न भेजें।
- कोई भी बैंक अधिकारी फोन पर कभी भी एटीएम, खाते व क्रेडिट कार्ड से संबंधित जानकारी नहीं मांगता। इसलिए कभी भी फोन काल पर बैंक से संबंधित जानकारी शेयर न करें।
- क्यूआर कोड पैसा देनें के लिए होता है क्यूआर कोड स्कैन करनें पर पैसा कभी भी नहीं मिलता।
- किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च न करें बल्कि उसकी आधिकारिक वेबसाइट से ही लें, क्योंकि साइबर ठगों ने अपने मोबाइल फोन नंबरों को विभिन्न आनलाइन कंपनियों के कस्टमर केयर के नाम से गूगल पर अपडेट कर रखा है।
किसी भी प्रकार का साइबर क्राइम होनें पर तत्काल टोल फ्री नम्बर-1930 या वेवसाइट-www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
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