प्रॉपर्टी के असली मायने | Naya Sabera Network
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Dr.Mamta Singh Assit.Prof Department of Psychology Mohd.Hasan P.G.College,Jaunpur |
बच्चों के लिए सबसे बड़ी संपत्ति (प्रॉपर्टी) माता-पिता की अच्छी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य है। जब बच्चे अपने जीवन की जिम्मेदारियों में व्यस्त होते हैं, उनके अपने सपने, खर्चे और संघर्ष होते हैं। अगर माता-पिता की दीर्घकालिक बीमारी (शारीरिक या मानसिक) इतनी गंभीर हो जाए कि बच्चा अपनी दुनिया छोड़कर पूरी तरह से उनकी देखभाल में उलझ जाए, तो बच्चे का जीवन कठिनाइयों से भर सकता है।
हम चाहे जितनी भी जमीन-जायदाद, गहने या बैंक बैलेंस छोड़ जाएँ, अगर हमारे स्वास्थ्य ने बच्चों को हमारी देखभाल में बाँध लिया, तो वह संपत्ति उनके किसी काम की नहीं रह जाती। बल्कि, वह अक्सर उनके लिए एक मानसिक, भावनात्मक और आर्थिक बोझ बन जाती है इसलिए असली विरासत यह नहीं कि हम बच्चों के लिए करोड़ों की संपत्ति छोड़ें, बल्कि यह है कि हम अपनी सेहत और स्वावलंबन को बनाए रखें, ताकि जब बच्चे अपने पंख फैलाकर उड़ान भरें, तो वे निश्चिंत होकर उड़ सकें। हमें अपने जीवन के अंतिम वर्षों को भी गरिमापूर्ण और आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। समय पर स्वास्थ्य जांच, संतुलित जीवनशैली, सकारात्मक सोच और अपने शौक व सामाजिक जुड़ाव को बनाए रखना — ये सब बातें न केवल हमें स्वस्थ रखेंगी, बल्कि हमारे बच्चों के लिए भी एक सच्ची आशीर्वाद बनेंगी।
क्योंकि बच्चों के लिए सबसे बड़ी 'प्रॉपर्टी' — हमारी मुस्कुराहट, हमारी ऊर्जा और हमारी आत्मनिर्भरता है।
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