UP News : बरेली की रामायण वाटिका में शुरू हुई पुष्प प्रदर्शनी | Naya Savera Network
निर्भय सक्सेना @ नया सवेरा
बरेली। रामगंगा नगर स्थित रामायण वाटिका मे लगी अनूठी पुष्प प्रदर्शनी में करीब 2 लाख फूलों से सजाया गया है, जिससे पूरा वातावरण राम कालीन दृश्यों के साथ ही सुगंधित और मनमोहक बन गया। विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे फूल प्रदर्शनी को और भी आकर्षक बना रहे हैं। इस पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन बरेली के बीजेपी सांसद छत्रपाल गंगवार ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर बिथरी चैनपुर विधायक राघवेंद्र शर्मा, फरीदपुर विधायक श्याम बिहारी लाल, एम एल सी बहोरन लाल मौर्य, मीरगंज विधायक डी सी वर्मा, नवाबगंज विधायक एम पी आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, बरेली मंडल आयुक्त सौम्या अग्रवाल, बीडीए उपाध्यक्ष मणिकंडन ए उपस्थित थे।
बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा रामगंगा नगर स्थित रामायण वाटिका में लगाई गई तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी अपने आप में अनूठी और आकर्षक है। जैसे ही लोग रामायण वाटिका में प्रवेश करते हैं, उनकी नजर सबसे पहले भगवान श्रीराम की प्रतिमा पर पड़ती है, जिसे फूलों से विशेष रूप से सजाया गया है। इस पुष्प प्रदर्शनी में केदारनाथ मंदिर की फूलों से बनी आकृति भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति का अनुभव करा रही है। इसके अलावा, रामायण काल के प्रसिद्ध पात्रों, जैसे जटायु, हनुमान और अन्य किरदारों की झलक भी फूलों के साथ देखने को मिल रही है। लगभग दो लाख विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे फूल प्रदर्शनी को और भी आकर्षक बना रहे हैं। इस प्रदर्शनी में गुलाब, गेंदा, रजनीगंधा, लिली, ऑर्किड, सूरजमुखी और कई अन्य दुर्लभ फूलों की किस्में भी प्रदर्शित हैं।
पुष्प प्रदर्शनी को देखने के लिए स्कूल और कॉलेजके छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में पहुंचे। बच्चों के लिए यह न सिर्फ एक मनोरंजक स्थल रहा बल्कि उन्होंने रामायण काल के प्रसंगों और धार्मिक महत्व की जानकारी भी प्राप्त की। दर्शकों ने इस प्रदर्शनी की भव्यता की सराहना की गई।
बीडीए की यह तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी अब 8 और 9 मार्च तक चलेगी। पुष्प प्रदर्शनी लोगों के लिए सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक खुली रहेगी। इस दौरान सभी लोग फूलों की इस अद्भुत दुनिया का आनंद ले सकते हैं
बरेली विकास प्राधिकरण ने शहरवासियों और आस-पास के लोगों से इस अनूठी पुष्प प्रदर्शनी का हिस्सा बनने का आग्रह किया है। यह न केवल एक सौंदर्यपरक और आध्यात्मिक अनुभव है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक प्रयास है।