Jaunpur News: अपने पिता को भी डीएम ने छोड़ा पीछे, पहलवानी में हासिल की कामयाबी, पढ़िए पूरी कहानी | Naya Sabera Network
रमेश यादव
जौनपुर। जनपद के केराकत तहसील अंतर्गत पसेवा गांव निवासी महेंद्र यादव पहलवान बचपन से ही कुश्ती जोड़ी गदा घूमाकर क्षेत्र में अपना नाम रोशन किये हैं। वहीं उनके कदम नक्शे पर चलकर उनके पुत्र डीएम यादव उर्फ सनी उनसे कम नहीं हैं। जहां पिता ने पहलवानी के दम पर अपना नाम क्षेत्र में काम किया, वहीं अपने पिता को पीछे छोड़ते हुए डीएम पहलवान ने क्षेत्र में नहीं, बल्कि कई जनपदों में जोड़ी गदा घूमाकर मेडल प्राप्त करते हुए अपने नाम के साथ पिता का नाम भी रोशन किया।
'डीएम' बेटे की पिता ने की जमकर तारीफ
इस बाबत वार्तालाप के दौरान डीएम पहलवान के पिता महेंद्र ने बताया कि यह परंपरा हमारी पुश्तैनी चली जा रही है जिसको हम आज भी कायम रखे हुए हैं। 20 वर्ष के उम्र में जो कामयाबी जो नाम गदा जोड़ी घूमाकर डीएम पहलवान ने नाम रोशन किया है, वह काबिले तारीफ है। कहा जाता है कि कला प्रदर्शन में वह ताकत है जिससे पूरी दुनिया का मुरीद बनने से नहीं रोका जा सकता जो आज प्रदर्शन देखने को केराकत तहसील के पसेवा गांव में महेंद्र पहलवान के अखाड़े में मिला। पहलवानों की टोली जोड़ी गदा घूमते हुए प्रदर्शन किया जहां लोग इकट्ठा होकर डीएम पहलवान के फिटनेस बॉडी व उनके कल को देखते रह गये।
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डीएम जैसा बच्चा हर घर में जन्म ले तो पिता का सपना होगा साकार
कला को देखते हुए ऐसा प्रतीक होता है कि डीएम यादव पहलवान जैसा बच्चा हर घर में जन्म ले ले तो हर पिता का सपना साकार होने से नहीं रोका जा सकता। वहीं महेंद्र यादव पहलवान ने अपने पुत्रों पर नाज करते हुए भावुक होकर बताया कि बचपन से ही मैं अपने बेटों को अपने ही रंग-ढंग में ठालकर रखा जो आज अपने पिता के नाम रोशन करने के साथ ही जनपद का नाम भी नाम रोशन किया है। ऐसे पुत्र पर हम परिवार हृदय से आशीर्वाद देते हैं कि गांव एवं जिला नहीं, बल्कि प्रदेश में अपना नाम रोशन करें। बता दें कि डीएम पहलवान अपने पहलवानी के बल पर कई जनपद में जोड़ी गदा फेर करके मेडल प्राप्त कर चुके हैं।
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