Navi Mumbai : मिसाल बनी कृष्ण-सुदामा की मित्रता: राजकृष्ण शास्त्री | Naya Savera Network
- जिन्होंने दे दी दो मुट्ठी चावल के बदले दो लोक की संपदा: संत राजकृष्ण शास्त्री
नया सवेरा नेटवर्क
नवी मुंबई। आज भी कृष्ण-सुदामा की मित्रता मिसाल के तौर पर दी जाती है। जिन्होंने दो मुट्ठी चावल के बदले दे दी दो लोक की संपदा। कथा प्रसंग में ब्रज की होली पर विशेष प्रकाश डाला गया। भागवताचार्य कथा व्यास पं0 राजकृष्ण शास्त्री ने सातवें दिन की विश्राम पर कोपरखैरणे के विश्व भारती इंग्लिश स्कूल ऐंड कनिष्ठ महाविद्यालय में सुन्दर प्रसंग पर श्रोताओ के हृदय में स्थान बना लिया।
कथा के प्रारम्भ में ब्रज की प्रसिद्ध होली पहले कृष्ण-राधा और ग्वालों के बीच खेली गई। आज भी लड्डू होली, लट्ठमार होली, फूलों की होली, रंग अबीर की होली ब्रज मंडल में खेलने के लिए लोकप्रिय है। लेकिन कथा में फूलों की होली ही खेलकर जनमानस को आकृष्ट किया गया।