फर्जी वोटर और घुसपैठिये | Naya Savera Network
नया सवेरा नेटवर्क
हमारे देश भारत में आदि काल से ही शायद घुसपैठियों की समस्या बनी हुई है|ये घुसपैठिये व्यापार के बहाने पहले घुसपैठ किए|और भारत को कई वर्षों तक गुलाम बनाये रखे|आजादी के पहले के घुसपैठिए व्यापार आदि के बहाने आये और यहीं बस गये|और भारत पर भारतीयों को बाँटकर शासन के साथ असहनीय अत्याचार भी किए|उन घुसपैठियों को हमारे देश के क्रांतिकारियों ने अपने अदम्य साहस और बलिदान से भगाया|
लाखों बलिदानियों के बूते 15 अगस्त 1947 को कथित तौर पर भारत आजाद हुआ|कथित इसलिए कह रहा हूँ कि आजादी के कई वर्षों बाद तक अंग्रेजी घुसपैठिया ही यहाँ गवर्नर और सेना नायक बना रहा|और उन्हीं के दिशानिर्देशों के हिसाब देश चलता रहा|उसके बाद प्रजातंत्र की स्थापना तो हुई|मगर वह भी कथित ही रही|चुने हुए को हटाकर मनमानी तरीके से हम भारतीयों पर शासक थोप दिया गया|और उसे महान क्रांतिकारी और देश भक्त घोषित किया गया|एक ऐसे व्यक्ति को जो राजसी जीवन जीने का शौकीन था|जब देशवासी दाने दाने को मोहताज थे|तब उस व्यक्ति का कपड़ा सरकारी जहाज से सरकारी खर्चे से पेरिस धुलने के लिए जाता था|अब आप सभी सोंच सकते हैं कि वह व्यक्ति देश के लिए कितनी कुर्बानी दिया होगा,जिसके बदले प्रथम भारत रत्न लेने वाला भारतीय बन गया|और सत्ता पर बने रहने के लिए उसके परिवार ने अवैध लोगों को देश में शरण देकर अपना वोट बैंक बनाये रखा|हालांकि अब उसकी वोट बैंक में उसी की पार्टी से निकली पार्टियों ने घुसपैठ कर उसके सपनो पर पानी फेर दीं|
पिछले कई वर्षों से जब जब चुनाव आता है तो अवैध घुसपैठी वोटरों का मुद्दा बड़े जोर शोर से देश की कई पार्टियाँ उठाती आ रही हैं|जिसमें भाजपा प्रमुख रही है|भाजपा को सदैव लगता है कि भारत की जीडीपी गिराने में इन घुसपैठियों का अहम योगदान है|ये घुसपैठिए भारतीयों का हक खा रहे हैं|इन्हें देश से बाहर कर देना चाहिए या इनको डिटेक्शन सेंटर में रखना चाहिए|बात सही भी है|क्योंकि भारत के संसाधनों पर व भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ भारतीयों को ही मिलना चाहिए|उसे अन्य कोई कैसे ले सकता है|लेकिन यहाँ विगत सरकारों की सत्तालोभी नीतियों के चलते कई देशों से घुसपैठिये आकर स्थाई नागरिक बन कर हम भारतीयों का हक मार रहे हैं|जिसका भाजपा सदैव विरोध करती आई है|और अब भी सतत कर रही है|
मगर सवाल अब ये पैदा हो रहा है कि विगत साढ़े दस वर्षों से भाजपा का शासन देश और कई अन्य राज्यों में चलता आ रहा है|तो घुसपैठ की समस्या आज भी कैसे बनी हुई है|देश की सीमाओं की सुरक्षा केन्द्र के हाँथ में होती है|विगत में माना कि घुसपैठियों को शरण देने वाली पार्टियाँ थी तो घुसपैठिए आ गये|मगर अब तो घुसपैठ विरोधी पार्टी केंद्र में है तो घुसपैठी कैसे आकर दिल्ली में बस रहे हैं|इसका जवाब कौन देगा|यदि आज भी देश में घुसपैठ जारी है तो इसका मतलब साफ है कि हमारे देश की सीमा सुरक्षित नहीं है|हमारे देश में कोई भी कहीं से भी आकर बस सकता है|जिसका सबसे बड़ा और जीता जागता सबूत है सीमा हैदर जो अपने बच्चों के साथ आकर यहाँ मजे से रह रही है|बिना किसी पासपोर्ट बीजा के|
यदि आज भाजपा के अलावां जिसे भाजपा ये कहते नहीं थकती कि रोहंगिया और बंग्लादेशी घुसपैठिया समर्थित हैं,वे पार्टियाँ यदि भाजपा से यह सवाल कर रही हैं कि घुसपैठिया कैसे आ रहे हैं|तो जवाब देना पड़ेगा|आखिर घुसपैठिए आ कैसे रहे हैं|उन्हे़ पनाह कौन दे रहा है|इसकी छानबीन कौन करेगा|वही करेगा जिसके हाँथ में शासन व्यवस्था है|और शासन आज भाजपा के हाँथ में है|तो अब भाजपा किसी अन्य पार्टी पर आरोप लगा कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती|यहाँ ममता बनर्जी जी का कहना सौ प्रतिशत सही है कि घुसपैठ सरहद से होती है|और सरहद की सुरक्षा केन्द्र के हाँथ में होती है|राज्य उसमें कुछ नहीं कर सकता|राज्य आंतरिक देखभाल करता है|तो आज घुसपैठी यदि आ रहे हैं तो यह केन्द्र सरकार की कमजोरी है|और अपनी गलती किसी और के शिर थोपकर अपनी जवाबदारियों से नहीं बच सकती है|इसलिए भाजपा वाले कम से कम यह कहना बंद करें कि उनके समर्थन से घुसपैठ हो रही है|घुसपैठ रोंकना और घुसपैठियों को चिन्हित कर उन्हें उनके देश को सौपना ये केंद्र सरकार का काम है|और केंद्र में अब भाजपा है|और भाजपा काम करे|आरोप न लगाये|दोषियों को कठघरे में खड़ा करके सजा दे|और हम देशवासियों के ऊपर उपकार करे|
पं.जमदग्निपुरी