- रविवार को विधिविधान से होगा पूजन अर्चन
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। नगर में 3 भगवान चित्रगुप्त मंदिर हैं। एक रूहट्टा में स्थित है जो लगभग 20 वर्षों पूर्व बना है। एक चौकियां धाम में है जो लगभग 25 साल पुराना मंदिर है और एक वर्षों पूर्व बना प्राचीन भगवान चित्रगुप्त मन्दिर बारीनाथ मठ मंदिर में हैं। गुरु गोरखनाथ मठ मंदिर गोरखपुर द्वारा संचालित मंदिर बाबा बारीनाथ मठ अखाड़ा मन्दिर का निर्माण संवत् 2032 में हुआ जिसमें बाबा बृहस्पतिनाथ, बाबा बरखानाथ, बाबा रंगनाथ, कई नाथ योगियों ने यहां गुरु गोरखनाथ का धुना रमाया, चेतन तपस्या किया। फिर योगी देवनाथ जी 1995 से 2020 तक श्रीनाथ योग प्रचार प्रसार किया। योगी देवनाथ जी ने 12 नवम्बर 2020 में शरीर ब्रह्मलीन हो गए। उसके बाद माता ज्वाला देवी मंदिर के पुजारी बाबा योगी हरदेव नाथ जी का आगमन हुआ जो बाबा बारीनाथ मठ मंदिर के महंत हैं।
बाबा बारीनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ मंदिर, भगवान चित्रगुप्त मन्दिर, भगवान राम दरबार मंदिर, भगवान शिव मंदिर, भगवान हनुमान मंदिर, माता महाकाली माता महालक्ष्मी, महा सरस्वती, प्राचीन शिव मंदिर, बाबा रंगनाथ जी का धुना, बाबा बृहस्पतिनाथ समाधी बाबा रंगनाथ समाधी, बाबा सुमेर नाथ समाधी हैं। शिवरात्रि उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। बारीनाथ मठ में योगी महंत अवैद्यनाथ जी गोरखनाथ मठ का आगमन बारीनाथ मठ में कई बार हुआ। महंत योगी बाबा हरदेव नाथ जी ने बताया कि मंदिर में नित्य पूजन आरती किया जाता है जहां प्रतिदिन सैकड़ों भक्त आते रहते हैं। मठ मंदिर की मान्यता है कि सच्चे मन से मत्था टेकने से मनोकामना पूरी होती हैं। बारी नाथ मठ भगवान चित्रगुप्त मन्दिर में 3 नवम्बर को दोपहर एक बजे से विधिविधान से पूजन होगा। उसके बाद एक शोभायात्रा जुलूस निकाली जाएगी जो उर्दू बाजार, शाही पुल, ओलंदगंज होते हुए रूहट्टा स्थित भगवान चित्रगुप्त मंदिर में आरती के साथ समापन होगा। राजेश श्रीवास्तव बच्चा भईया एडवोकेट ने समस्त नगरवासियों से अनुरोध किया है कि पूजन एवं शोभायात्रा में शामिल होने की अपील किया है।
0 टिप्पणियाँ