आरोप: पीड़िता की प्राथमिकी लिखने के बजाय बघौली पुलिस सुलह समझौता कराने को बना रही दवाब | #NayaSaveraNetwork
अमित त्रिवेदी
हरदोई। सरकार ओर बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और हरदोई के पुलिस अधीक्षक जो लगातार कोशिश कर रहे हैं कि जनता को न्याय मिले इस कारण पूरी ईमानदारी से अपना कार्य कर रहे हैं, वहीं जिले की बघौली थाने की पुलिस छेड़छाड़ की पीड़िता पर दबंगों से सुलह समझौता करने का दवाब बना रही है। दबंगों से समझौता न करने की दशा में फर्जी मुकदमे में उसके परिजनों को फंसाने की धमकी दे रही है। ऐसा आरोप छेड़छाड़ की पीड़िता ने बघौली पुलिस पर लगाया है।लगाये गये आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसका पता जांच के बाद ही सामने आएगा। बताते चलें कि थाना बघौली की निवासी पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को आन लाइन किए शिकायत पत्र में बताया है कि 18 अक्टूबर को शाम करीब 7 बजे नहर पुल के पास शौच हेतु गई थी। उसी समय थाना बघौली के एक गांव के कुछ दबंग व्यक्तियों द्वारा मुझे पकड़कर जबरन गाडी मे डालकर प्रार्थिनी का अपहरण कर बंधक बनाकर गाड़ी के अंदर प्रार्थिनी के साथ गन्दी गन्दी हरकत कर लिपटा झपटी करने लगे। प्रार्थिनी के विरोध करने पर उपरोक्त लोगो ने मारपीट कर गाली—गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए महेन्द्र के खेत मे हाथ पैर बाँध कर डालकर चले गये।
घर वालों ने काफी खोजबीन की और सुबह मुझे महेन्द्र के खेत मे बंधा पाया और हालत काफी खराब देखा तो पुलिस को सूचना कर ईलाज हेतु एम्बुलेंस बुलाया और उपचार हेतु कछौना अस्पताल उसके परिजन ले गये। इसके बाद प्रार्थिनी ने घटना सबंधित शिकायती पत्र थाना बघौली में दिया लेकिन बघौली पुलिस ने कोई कार्यवाही न कर प्रार्थिनी से सुलह समझौता करने का लगातार दबाव बना रही है। समझौता न करने पर मेरे परिजनों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी बघौली पुलिस दे रही है। पीड़िता ने जो आरोप बघौली पुलिस पर लगाए हैं, जो घटना बताई है, उस घटना में व पुलिस पर लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है। यह तब दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा, जब जांच रिपोर्ट आएगी।