मेरी गौरव मेरी भाषा मेरी पहचान है हिंदी | #NayaSaveraNetwork
मेरी गौरव मेरी भाषा मेरी पहचान है हिंदी
स्वरों और व्यंजनों के मेल का रसपान है हिंदी
जन गण मन की संरचना संजोए है हृदय में जो
यही तुलसी यही मीरा यही रसखान है हिन्दी ।।
सखी आवा तोहें , क ख सिखाई देई।
हिंदी पढ़ाई देई ना ।।
स्वर और व्यंजन सिखाइब
बारह खड़ी भी बताइब
बावन अक्षर में दुनिया घुमाई देई।
क ख सिखाई देयी ना।।
चला हिंदी पढ़ाई,
पूरे विश्व के सिखाई।
भारत माता के भाल के सजाई देयी
हिन्दी पढाई देई ना।।
हिंदी बोले दूध वाला
धोबी नाई भाजी वाला
अंग्रेजी के पत्ता कटाई देई।
हिंदी पढ़ाई देई ना।।
चीन रूस अगर जाऊ
ऊहां हिंदी के बढ़ाऊ
राष्ट्र भाषा अपने हिंदी के बनाई देई
हिंदी पढ़ाई देई ना।।
- सत्यभामा सिंह, कवयित्री