आज का हिन्दू पंचांग
⛅दिनांक - 12 अगस्त 2024
⛅दिन - सोमवार
⛅विक्रम संवत् - 2081
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - वर्षा
⛅मास -श्रावण
⛅पक्ष - शुक्ल
⛅तिथि - सप्तमी प्रातः 07:55 तक तत्पश्चात अष्टमी
⛅नक्षत्र - स्वाति प्रातः 08:33 तक तत्पश्चात विशाखा
⛅योग - शुक्ल शाम 04:26 तक तत्पश्चात ब्रह्म
⛅राहु काल - प्रातः 07:52 से प्रातः 09:30 तक
⛅सूर्योदय - 06:15
⛅सूर्यास्त - 07:14
⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:47 से 05:31 तक
⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:19 से दोपहर 01:10
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:23 अगस्त 13 से रात्रि 01:07 अगस्त 13 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण - चौथा श्रावण सोमवार व्रत, संत तुलसीदास जयंती
⛅विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹मंत्र से आरोग्यता🔹
🔸शब्दों की ध्वनि का अलग-अलग अंगों पर एवं वातावरण पर असर होता है । कई शब्दों का उच्चारण कुदरती रूप से होता है । आलस्य के समय कुदरती आ... आ... होता है । रोग की पीड़ा के समय ॐ.... ॐ.... का उच्चारण कुदरती ऊँह.... ऊँह.... के रूप में होता है । यदि कुछ अक्षरों का महत्त्व समझकर उच्चारण किया जाय तो बहुत सारे रोगों से छुटकारा मिल सकता है ।
🔸'अ' उच्चारण से जननेन्द्रिय पर अच्छा असर पड़ता है ।
🔸'आ' उच्चारण से जीवनशक्ति आदि पर अच्छा प्रभाव पड़ता है । दमा और खाँसी के रोग में आराम मिलता है, आलस्य दूर होता है ।
🔸'इ' उच्चारण से कफ, आँतों का विष और मल दूर होता है । कब्ज, पेड़ू के दर्द, सिरदर्द और हृदयरोग में भी बड़ा लाभ होता है । उदासीनता और क्रोध मिटाने में भी यह अक्षर बड़ा फायदा करता है ।
🔸'ओ' उच्चारण से ऊर्जाशक्ति का विकास होता है ।
🔸'म' उच्चारण से मानसिक शक्तियाँ विकसित होती हैं। शायद इसीलिए भारत के ऋषियों ने जन्मदात्री के लिए 'माता' शब्द पसंद किया होगा ।
🔸'ॐ' का उच्चारण करने से ऊर्जा प्राप्त होती है और मानसिक शक्तियाँ विकसित होती हैं । मस्तिष्क, पेट और सूक्ष्म इन्द्रियों पर सात्त्विक असर होता है ।
🔸'ह्रीं' उच्चारण करने से पाचन-तंत्र, गले और हृदय पर अच्छा प्रभाव पड़ता है ।
🔸'ह्रं' उच्चारण करने से पेट, जिगर, तिल्ली, आँतों और गर्भाशय पर अच्छा असर पड़ता है ।
लोक कल्याण सेतु नवम्बर 2010
🔹 सोमवार विशेष 🔹
🔸कार्यों में सफलता-प्राप्ति हेतु
🔸जो व्यक्ति बार-बार प्रयत्नों के बावजूद सफलता प्राप्त न कर पा रहा हो अथवा सफलता-प्राप्ति के प्रति पूर्णतया निराश हो चुका हो, उसे प्रत्येक सोमवार को पीपल वृक्ष के नीचे सायंकाल के समय एक दीपक जला के उस वृक्ष की ५ परिक्रमा करनी चाहिए । इस प्रयोग को कुछ ही दिनों तक सम्पन्न करनेवाले को उसके कार्यों में धीरे-धीरे सफलता प्राप्त होने लगती है ।
ऋषिप्रसाद – जनवरी २०२१ से
🔸सोमवार को बाल कटवाने से शिवभक्ति की हानि होती है ।
🔸सोमवार को तथा दोपहर के बाद बिल्वपत्र न तोड़ें ।
🔹कपड़ों का स्वाथ्य पर प्रभाव🔹
🔸कृत्रिम (सिंथेटिक) वस्त्र न पहनें । बहुत कसे हुए, नायलॉन आदि कृत्रिम तंतुओं से बने हुए तथा चटकीले-भड़कीले गहरे रंग के कपड़े तन-मन के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं व जीवनी शक्ति का ह्रास करते हैं । तंग कपड़ों से रोमकूपों को शुद्ध हवा नहीं मिलती व रक्त-संचरण में बाधा पड़ती है । ढीले-ढाले सूती वस्त्र स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम होते हैं ।
🔸सर्दियों में गर्म कपड़े पहनें लेकिन जो कपड़ों पर कपड़े लादे रहते हैं वे प्रकृति से विरूद्ध जीते हैं, तन-मन से ढीले-ढाले हो जाते हैं । गर्मियों में पहनावा हलका-फुलका, ढीला-ढाला, सूती और सफेद हो ।"
- पूज्य बापूजी
🌞संत श्री आशारामजी बापू आश्रम🌞
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