#Article : भारतीय कम्पनियों पर दबाव बनाती विदेशी ताकतें व भारत विरोधी मांसिकता | #NayaSaveraNetwork

नया सवेरा नेटवर्क

भारत सदैव विश्व को दिया है,ज्ञान विज्ञान औषधि आदि आदि|हमारे ही विद्वानो ने गणित के सूत्र दिए|घनत्व का परिमाप दिए|तरल का परिमाप दिए|शून्य और दशमलव दिया|जमीं से आकाश और पाताल तक की दूरी व गहराई का परिमाप विश्व को दिया|कुल मिलाकर भारत ने ही लोगों को रहने सहने खाने पीने की उच्चतम सीख प्रदान की है|इसके बावजूद भी कुछ विदेशी ताकतें भारत को भारत विरोधी मांसिकता वालों के साथ मिलकर दबाती आ रही हैं|जिसका ताजा ताजा उदाहरण अब इन देशविरोधी ताकतों का निशाना सीरम इंस्टीट्यूट बना है|

विगत की सरकारों ने उपनिवेश के नाम पर विदेशी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को भारत में कई तरह की छूट देकर पाला पोषा|और भारतीय कम्पनियों पर कुठाराघात करते हुए उन्हें मृतप्राय बना दिया|कुछ तो मैदान छोड़कर भाग गईं|जो टिकी रहीं वह भी किसी तरह अपने वजूद को बचाये हुए हैं|आज बर्तमान सरकार के संरक्षण में भारतीय कम्पनियाँ बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को बोरिया बिस्तर बाँधने के लिए विवश कर ही हैं,तो तरह तरह के षड़यंत्र बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ भारत विरोधी मांसिकता वालों के साथ मिलकर कर रही हैं|जिसमें पतंजलि योगपीठ और सीरम इंस्टीट्यूट इस समय प्रमुख रूप से निशाने पर हैं|

यही दोनों भारतीय कम्पनियाँ जब संसार जीने की होड़ में जद्दोजहद कर रहा था|या यूँ कहें कि जीने की आस छोड़ चुका था|उस समय में पतंजलि कोरोनील लेकर सबसे पहले आई और डूबते का तिनका सहारा बनी|सीरम ने कोविशिल्ड वैक्सीन बनाकर दुनियाँ को जीने के लिए प्रेरित की|और लोगों में आस जगी की अब हम नहीं मरेंगे|दुनियाँ की जो बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ लोगों को लूट रही थीं,सब अचम्भित हो गईं|कोई तोड़ न निकाल पाईं तो अब यह अफवाह फैला रही हैं कि कोविशील्ड से लोगों में ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी बिमारी बढ़ गई है|यदि कोविशील्ड से उपरोक्त बिमारी बढ़ गई तब तो इस हिसाब से विश्व की आधी से अधिक आवादी को स्वाहा हो जाना चाहिए था|लेकिन दो चार को छोड़कर ऐसा आज तक देखने सुनने में नहीं आया कि लोग हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक से कोरोना काल के जैसे धड़ा धड़ मर रहे हों|इसके बावजूद भी दोनों कम्पनियाँ भारतीय होने का दंश झेल रही हैं|

हम जानना चाहते हैं कि कौन सी ऐसी एलोपैथी दवा है जिसका साईड इफेक्ट नहीं है|जितनी भी दवा बनाने वाली कम्पनियाँ हैं|यह सिद्ध करें कि हमारी दवा से किसी भी तरह का साईड इफेक्ट नहीं है|जब बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ इस बात की गारंटी नहीं दे सकती कि हमारी दवा में कोई साईड इफेक्ट नहीं है तो,सीरम से ही क्यों पूँछा जा रहा है|क्योंकि वह भारत की कम्पनी है|और यह गुस्ताखी कैसे कर दी कि उनसे पहले विश्व को महामारी से बचाने में अहम भूमिका निभा दी|यह बात विदेशी ताकतों व भारत विरोधी मांसिकता वालों को हजम नहीं हो रही|इसलिए आज सीरम को बदनाम किया जा रहा है|और उसी के बहाने भारत में मजबूत सरकार न आ पाये इसलिए ऐन चुनाव के वक्त पर यह मामला सामने लाया गया है|आज मैं देख रहा हूँ कोविशील्ड से उनको ही ज्यादा उबकाई आ रही है, जिनकी एक डोज लेने की औकात नहीं थी|और तीन डोज मुफ्त में लेकर शान से जी रहे हैं|वही सीरम के खिलाफ आज प्रचार में पिल गये हैं|असल में वे सीरम का नहीं भारत सरकार को बदनाम कर चुनाव में फायदा लेना चाह रहे हैं|ये भूल रहे हैं कि जनता अब न सिम्पैथी से वोट करेगी|न अंधपने से|जनता सजग है|और अपना नफा नुकसान समझने लगी है|

जो लोग कोविशील्ड के साईड इफेक्ट बता रहे हैं ,वो लोग कीमों पर भी थोड़ा प्रकाश डाल दें कि कीमो लेने के बाद मनुष्य की क्या हाल होती है|जो व्यक्ति कीमो लेता है|वह बस हाँड़ मांस का पुतला बनकर रह जाता है|रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है|फिर भी जीने के लिए कीमो लेता है|कभी कभी तो पहले या दूसरे डोज तक पहुँचते पहुँचते असहनीय पीड़ा को झेलते हुए विदा हो लेता है|फिर भी कीमो लेता है|इस पर तो आजतक हो हल्ला नहीं हुआ|जबकी एक कीमों की कीमत में कोविशील्ड 60 से 70 डोज मिलेगी|फिर भी कीमो के बारे में कोई ऐक्पर्ट आज पैदा नहीं हुआ बताने के लिए क्यों? क्योंकि कीमों को विदेशी कम्पनी ने बनाया है इसलिए|आज तक कोई उसके गुण दोष पर चर्चा नहीं कर सका|और न ही कोई अदालत ही सामने आई यह कहने के लिए कि 50 हजार का कीमो लेने के बाद भी आदमी क्यों मर रहे हैं|या यह नहीं पूछ पाई कि 50 हजार का कीमों लेने के बाद आदमी खोखला क्यों हो रहा है|उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता क्यों समाप्त हो गई|

ऐसे ही एलोपैथिक की जितनी भी जीवन रक्षक दवाइयाँ हैं सब में साईड इफेक्ट जब है तो,कोविशील्ड को ही साईड इफेक्ट के लिए बदनाम क्यों किया जा रहा|या दोषी माना जा रहा|इसलिए कि वह भारतीय कम्पनी है|दुनियाँ में केवल आयुर्वेद ही है जो साईड इफेक्ट न होने की गारंटी सीना ठोंक के देता है|बाकी हर प्रकार की एलोपैथी दवा में साईड इफेक्ट है|चाहे क्रोसीन हो डाईक्लोजेम हो पैरासिटामोल हो|या शूगर बीपी हार्ट सोराइसिस आदि की एलोपैथी दवाइयाँ हों ,सब में साईड इफेक्ट है|फिर भी लोग सर्दी बुखार बदन दर्द आदि के लिए उपरोक्त दवाइयाँ ले रहे हैं और खा रहे हैं|जबकी डॉक्टर भी अधिक दवाइयाँ सेवन न करने की सलाह देते हैं|साईड इफेक्ट के बारे में भी बताते हैं|फिर भी लोग वही दवाइयाँ खाकर स्वस्थ होते हैं|

आज पूरा विश्व अधिक से अधिक कोविशील्ड की डोज लेकर ही सुरक्षित हुआ है|रही बात साईड इफेक्ट की तो जब सब में साईड इफेक्ट है तो कोविशील्ड पर इतना हो हल्ला क्यों? भारतीय कम्पनियों का उद्भव देशविरोधी ताकतें क्यों नहीं हजम कर पा रही हैं|आज देखने में यह आ रहा है कि जितनी भी देशविरोधी ताकतें हैं सबकी सब भारतीय कम्पनियों व भारतीय उद्यमियों का विरोध एन केन प्रकारेण बड़ी ही शिद्दत से कर रही हैं|सरकार सपोट कर रही है|विपक्ष विरोध करके भारत की गरिमा व वैभव को चोटिल कर रहा है|विपक्ष सरकार के विरोध में इस कदर अन्हराया है कि वह भारत के उद्यमियों का विरोध कर देश को क्षति पहुँचा रहा है|विकास के रथ पर सवार भारत को पीछे धकेलने पर उतारू है|मगर जनता सब देख रही है|और अपने वोट से खरा खरा जवाब भी दे रही है,और आगे भी देगी|

पं.जमदग्निपुरी


*प्रवेश प्रारम्भ : मोहम्मद हसन गर्ल्स इण्टर कालेज हमाम दरवाजा, जौनपुर | सभी कक्षाओं में प्रवेश शुल्क नहीं लिया जायेगा | सुविधायें - 1. हर समय जनरेटर की सुविधा, 2. नये हाइटेक कम्प्यूटर लैब की सुविधा, 3. नई लाइब्रेरी की सुविधा, 4. ठंडा शुद्ध पेय जल, 5. हॉबी क्लास की सुविधा | प्रवेश के लिए निम्न मोबाइल नम्बरों पर सम्पर्क करें- 7860393716, 8563063786 | #NayaSaveraNetwork*
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*ADMISSION OPEN: Anju Gill Academy | Katghara, Sadar, Jaunpur | 7705012959, 7705012955 | #NayaSaveraNetwork*
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*Admission Open : Nehru Balodyan Sr. Secondary School | Kanhaipur, Jaunpur | Contact: 9415234111, 9415349820, 94500889210 | NayaSaveraNetwork*
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