नया सवेरा नेटवर्क
शाहगंज, जौनपुर। कोतवाली पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शांति भंग की आशंका में स्थानीय पुलिस ने कई वर्षों से विदेश में रहकर नौकरी कर रहे युवक समेत दिव्यांग और बुजुर्गों को भी पाबंदी का नोटिस भेज दिया। सबरहद गांव के प्रधान मुकेश राजभर ने इस मामले को शांति समिति की बैठक में उठाया तो सीओ अजीत सिंह चौहान ने जांच करने और गलत पाए जाने पर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए सीआरपीसी की धारा 107 116 व 151 के तहत तमाम संदिग्धों, आरोपितों और अपराधियों को पाबंद किया। इनमें एक नाम सबरहद उजरौटीपुर निवासी शिवकुमार पुत्र फिरतू राजभर का भी है। बताते हैं कि शिवकुमार सालों से विदेश में रहते हैं। ऐसे में पुलिस का उन्हें पाबंदी की नोटिस भेजना समझ से परे है। ऐसा ही मिथिलेश यादव पुत्र राजदेव के साथ भी हुआ है। दरअसल 35 वर्षीय मिथिलेश पैर से दिव्यांग हैं। ऐसे में उन्हें शांति भंग की आशंका में पाबंदी का नोटिस भेजा जाना लोगों के गले नहीं उतर रहा है।
पुलिस की इस कारस्तानी को जब शांति समिति की बैठक में सीओ के सामने प्रधान मुकेश राजभर ने उठाया तो लोग हतप्रभ रह गए। सीओ ने मामले की जांच कराने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि जो विभागीय लोग लापरवाह और दोषी पाए जायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी। फिलहाल क्या कार्रवाई होगी और नोटिस पाकर भटक रहे परिजनों को कब न्याय मिलेगा शायद इसका कोई निर्धारित समय नहीं है।
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