नया सवेरा नेटवर्क
क्षेत्र का नाम : जौनपुर सदर (73) लोकसभा
अब तक किस दल का दबदबा : भाजपा
जीतने वाला कौन केंद्रीय मंत्री बना : कोई नहीं।
कितने वोटर - 17 लाख 25 हजार 57
पुरुष : 9 लाख 35 हजार 335
महिला : 7 लाख 89 हजार 722
जातीय समीकरण इस प्रकार है -
ब्रााहृण - 2 लाख 43 हजार 840
क्षत्रिय - 1 लाख 91 हजार 184
मुस्लिम - 2 लाख 21 हजार 254
यादव - 2 लाख 25 हजार 110
अनुसूचित - 2 लाख 31 हजार 972
पिछले चुनाव में कौन जीता (पार्टी) : श्याम सिंह यादव बसपा (सपा-बसपा गठबंधन)
कौन दूसरे नंबर पर रहा (पार्टी) : डॉ. केपी सिंह (भाजपा)
जौनपुर लोकसभा सीट भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण अहमियत रखता है। इस सीट पर आचार्य बीरबल 1952 से लेकर 1962 तक कांग्रेस का परचम लहराया था। 1963 के उप लोकसभा चुनाव में जन संघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अपनी किस्मत आजमाया था लेकिन अटल बिहारी बाजपेयी जैसे कई दिग्गज नेताओं के लाख कोशिशों के बावजूद दीनदयाल जी यहां के जमीनी नेता, कांग्रेस प्रत्याशी बाबू राजदेव सिंह से चुनाव हार गये थे। इसके बाद राजदेव सिंह ने इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई थी। 1999 में इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी स्वामी चिन्मयानंद जनादेश हासिल कर केंद्र सरकार में गृहराज्यमंत्री बने थे।
किस पार्टी का गढ़, किसका दबदबा, पिछले कुछ सालों में उलटफेर
1952 से लेकर 1979 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। 1980 में यह सीट सोशलिस्ट पार्टी के खाते में चली गई थी। 1984 में फिर कांग्रेस के हाथों में आ गई थी लेकिन 1989 के चुनाव में यह सीट भाजपा ने छीन लिया। 1991 के चुनाव में जनता दल ने अपना परचम लहराया। 1996 के चुनाव में यह सीट फिर भाजपा के खाते में आ गई थी। 1998 के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज किया था। 1999 के चुनाव में एक बार फिर इस लोकसभा सीट पर भाजपा का कमल खिला। 2004 में सपा की साईकिल तेज रफ्तार से चली। 2009 में बसपा के प्रत्याशी धनंजय सिंह ने सपा से यह सीट छीनकर बसपा की झोली में डाल दिया था। 2014 में भाजपा के डा. कृष्ण प्रताप सिंह केपी सांसद बने और 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2019 में सपा-बसपा का गठबंधन होने के नाते यह सीट बसपा के खाते में चली गई और श्याम सिंह यादव को बसपा ने अपना प्रत्याशी बनाया और जनता ने उन्हें चुनकर सदन में भेज दिया। 2019 में बसपा से श्याम सिंह यादव सांसद चुने गए।
अब तक के सांसदों की सूची-
1952 - आचार्य बीरबल - कांग्रेस
1957 - आचार्य बीरबल - कांग्रेस
1962 - राजदेव सिंह - कांग्रेस
1967 - राजदेव सिंह - कांग्रेस
1971 - राजदेव सिंह - कांग्रेस
1977 - आचार्य बीरबल - काग्रेस
1980 - एमयू आज़मी सोशलिस्ट पार्टी
1984 - कमला प्रसाद सिंह - कांग्रेस
1889 - राजा यादवेंद्र दत्त दूबे - भाजपा
1991 - अर्जुन यादव - निर्दल (बाद में जनता दल ज्वाइन कर लिया)
1996 - राजकेशर सिंह - भाजपा
1998 - पारसनाथ यादव सपा
1999 - स्वामी चिन्मयानंद भाजपा
2004 - पारसनाथ यादव - सपा
2009 - धनंजय सिंह - बीएसपी
2014 - डा. कृष्ण प्रताप सिंह केपी - भाजपा
2019 - श्याम सिंह यादव, बसपा
वोटरों की संख्या - 17 लाख 25 हजार 57
पुरुष : 9 लाख 35 हजार 335
महिला : 7 लाख 89 हजार 722
जातीय समीकरण इस प्रकार है -
ब्रााहृण - 2 लाख 43 हजार 840
क्षत्रिय - 1 लाख 91 हजार 184
मुस्लिम - 2 लाख 21 हजार 254
यादव - 2 लाख 25 हजार 110
अनुसूचित - 2 लाख 31 हजार 972
बाकी अन्य जातियों के मतदाता है।
जौनपुर में कुल 9 विधानसभाएं हैं।
जौनपुर सदर लोकसभा क्षेत्र में पाँच विधानसभाएं आती है जिनमें सदर, शाहगंज, बदलापुर, मुंगराबादशाहपुर और मल्हनी।
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