#LokSabhaElections2024 : बीकानेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र | #NayaSaveraNetwork

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  • अर्जुन के समक्ष गोविंद की चुनौती

अजीत कुमार राय/जागरूक टाइम्स

मुंबई। बीकानेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र राजस्थान के 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक हैं। बीकानेर राज्य का पुराना नाम जांगल देश था। यहां सबसे पहला लोकसभा चुनाव 1952 में हुआ था। 2009 में परिसीमन के बाद से यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। पिछले 3 लोकसभा चुनाव से बीकानेर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कब्जा है। पिछले दो चुनाव से बीजेपी के अर्जुन राम मेघवाल इस सीट से जीतते आ रहे हैं। पिछले 3 लोकसभा चुनाव से बीकानेर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है। साल 2004 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर फिल्म स्टार धर्मेंद्र बीकानेर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। आजादी के बाद बीकानेर में 2024 तक 16 लोकसभा चुनाव हुए हैं। जिसमें 6 बार कांग्रेस, 4 बार बीजेपी, 1 बार भारतीय लोकदल, 1 बार सीपीएम और 4 बार निर्दलीय जीत चुके हैं। 1957 से 1971 तक इस सीट पर महाराजा करनी सिंह 4 बार निर्दलीय उम्मीदवार सांसद रहे हैं।  इस बार यहाँ पर अर्जुन बनाम गोविंद का मुकाबला देखने को मिलेगा क्योंकि यहाँ से भाजपा ने अपने अर्जुनराम मेघवाल को तो कांग्रेस ने गोविंद राम मेघवाल को चुनावी मैदान में उतारा है। 

  • राजपरिवार का रहा दबदबा

इस लोकसभा सीट पर राजपरिवार का दबदबा रहा है। 1952 के पहले चुनाव से लेकर 1971 के चुनाव तक महाराजा करणी सिंह लगातार पांच बार निर्दलीय जीतते रहे। 1977 के चुनाव से महाराजा करणी सिंह ने राजनीतिक संन्यास ले लिया। इसके बाद जनता पार्टी के टिकट पर 1977 में ही यहां से हरिराम गोदारा यहां से सांसद चुने गए थे। हालांकि 1980 व 1984 में कांग्रेस के मनफूल सिंह चौधरी तो 1989 में सीपीआई के सोपत सिंह मक्कासर यहां से विजयी हुए थे। 1991 में एक बार फिर कांग्रेस के मनफूल सिंह चौधरी यहां से सांसद चुने गए। इस सीट पर पहली बार 1996 में महेंद्र सिंह भाटी ने बीजेपी का खाता खोला। दो साल बाद ही कांग्रेस के बलराम जाखड़ ने बीजेपी का विजय रथ रोक दिया। इसके बाद 1999 के कांग्रेस के रामेश्वर लाल डूडी तो 2004 में भाजपा के टिकट पर फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र निर्वाचित हुए। 

 

  • जीत का चौका लगाएंगे मेघवाल!

इस लोकसभा सीट से बीजेपी अपने विजय रथ पर है। लगातार तीन बार से सांसद अर्जुन राम मेघवाल यहां चौथी बार भगवा फहराने की तैयारी में है। भाजपा ने 2009 में अर्जुन राम मेघवाल को मौका दिया। तब से वे इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। केन्द्रीय क़ानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल लगातार चौथी बार बीकानेर से लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से चर्चा में हैं। अगर लगातार चौथी बार अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर से जीतते हैं, तो यह पहली बार होगा जब पूर्व महाराजा डॉ. करणी सिंह के बाद लगातार चार बार सांसद चुने जाएंगे। इसके अलावा अर्जुन राम मेघवाल ऐसे नेता भी बन गए हैं जो बीकानेर संसदीय क्षेत्र से केन्द्र में सबसे ज़्यादा समय तक मंत्री तो रहे ही हैं, इसके अलावा क़ानून मंत्री बन कर प्रदेश का भी रिकॉर्ड तोड़ा है। राजस्थान से क़ानून मंत्री बनने वाले वे पहले नेता हैं और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बाद क़ानून मंत्री बनने वाले एससी वर्ग से वे दूसरे नेता हैं।

 

  • गोविंद रोकेंगे अर्जुन का अजेय रथ!

कांग्रेस पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार गोविंद राम मेघवाल ने अपना राजनीतिक जीवन भारतीय जनता पार्टी से शुरू किया था। 1998 में वे नोखा से विधानसभा चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें हार मिली। वहीं 2003 में भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए। वहीं 2008 में नोखा सीट सामान्य होने के बाद खाजूवाला से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस से टिकट मांगा, लेकिन नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बसपा के टिकट पर पहली बार लोकसभा चुनाव लड़े और तीसरे नंबर पर रहे। 2013 में उनकी कांग्रेस में फिर से वापसी हुई। खाजूवाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार मिली। वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर खाजूवाला से विधायक और अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री बने। अब देखना यह है कि गोविंद इस लोकसभा चुनाव में अर्जुन के अजेय रथ को रोक पाते हैं कि नहीं।


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