नया सवेरा नेटवर्क
- प्रदेश के इंड्रसिट्रयल ग्रोथ रेट और इंडेक्स पर सरकार से दागे सवाल
- एमओयू तो हो रहे हैं लेकिन जनता को नहीं मिल रहा है लाभ
जौनपुर। मछलीशहर की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने बजट सत्र में विधानसभा में गुरुवार को जिले के मुद्दे को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। जनता की समस्याओं के लिए वह सदन में सरकार लगातार सवाल दागती रहीं। उन्होंने कहा कि विगत पांच वर्षों में प्रदेश का इंड्रसियल ग्रोथ रेट और इंडेक्स क्या है? 1400 एमओयू (मेमोरंडम आफ अंडरस्टैंडिग) साइन किए गए हैं। इसमें अभी छह वर्षों में 40 फीसदी शुरू हुए है। खत्म कब होंगे इसकी कोई टाइमलाइन नहीं है। सरकार प्रदेश को विकसित बनाने की जगह खरगोश क्यों बनना चाहती है, जो पीछे मुड़कर देखती है कि हमने किसको पीछ छोड़ दिया। इंजीनियर सचिन यादव जैसे राष्ट्रभक्त देश के गौरव हैं। ऐसे युवा आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए विदेशों के करोड़ों के पैकेज को ठुकराया है। वह आशाभरी नजरों से देश को देख रहे हैं। उनके सपने को साकार करे सरकार, ताकि युवाओं का मनोबल बढ़े।
डॉ. सोनकर ने कहा कि पहला ग्लोबल इंड्रस्ट्रिटयल सबमिट मीट रहा इसमें सारे चार लाख करोड़ का निवेश हुआ। इसमें लगभग 1400 एमओयू साइन हुए है। पहले के एमओयू की तुलना में दस गुना एमओयू साइन हुए हैं। साढ़े 35 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। जब आप विगत छह वर्षों में दो लाख करोड़ के एमओयू को धरातल पर खत्म नहीं कर पाए हैं। आजादी के 75 वर्षों बाद ये खत्म नहीं हो पाए तो इसे खत्म करने में 150-200 वर्ष लग जाएंगे। दूसरा ग्लोबल सबमिट कब तक करके देंगे। इस मीट में मेडिकल से संबंधी काम धरातल पर हुआ है जो प्रत्यक्ष रूप से देख सकेंगे।
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