फिट रहने के लिए सुबह या शाम, किस वक्त वर्कआउट करना ज्यादा बेहतर | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
हेल्दी रहना है तो वर्कआउट हर रोज वर्कआउट करना शुरू कर दें. ऐसी ही तमाम बातें आपने कई बार सुनी होंगी. कुछ लोग ज्यादा फिटनेस फ्रीक होते हैं और खुद को मेंटेन रखने के लिए वर्कआउट के साथ-साथ डाइट प्लान को भी फॉलो करते हैं. कुछ लोग दिन के समय एक्सरसाइज करना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोग शाम के समय जिमिंग करते हैं. लेकिन फिट रहने के लिए किस वक्त वर्कआउट करना चाहिए, क्या आप इसके बारे में जानते हैं.
इस सिलसिले में हमने एक्सपर्ट से भी जानने की कोशिश की आखिर किस समय वर्कआउट करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. इस बारे में फिटेलो के को-फाउंडर और सीईओ महकदीप सिंह का कहना है कि वर्कआउट सुबह या शाम को करना अलग-अलग लोगों के शेड्यूल. उनकी एनर्जी और लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है.
मॉर्निंग वर्कआउट
सुबह के वर्कआउट से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और मूड भी ठीक होता है. इसके साथ ही, नींद की क्वालिटी में भी सुधार होता है. महकदीप कहते हैं कि अपने स्वास्थ्य और जीवनशैली के लिए सही फैसले लेने के लिए बॉडी के संकेतों को सुनना चाहिए.
शाम का वर्कआउट
शाम के वर्कआउट से परफॉर्मेंस बेहतर होती है और साथ ही शरीर को ताकत भी मिलती है. शाम का वर्कआउट करने से इंसान तनावमुक्त होता है औरदिन की चुनौतियों से राहत पाने का मौका मिलता है. शाम का वर्कआउट उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंज हो सकता है, जो स्ट्रेंथ और फ्लेक्सीबिलिटी पर ज्यादा फोकस करते हैं.
घर में वर्कआउट
महकदीप कहते हैं कि कोविड के दौरान जिम और फिटनेस एक्टिविटी बंद होने के चलते लोगों ने घर पर ही वर्कआउट करने की आदत डाल ली. फिटेलो के सर्वे ‘स्टेट ऑफ योर प्लेट’ के अनुसार, ज्यादातर लोग घर पर हल्का व्यायाम (46%) या पैदल चलना (55%) पसंद करते हैं. वहीं, 58% महिलाएं योग, जुंबा और डांस करती हैं. इसके अलावा, 45 फीसदी पुरुष जिम जाना, रनिंग और जॉगिंग करना पसंद करते हैं. महकदीप का कहना है कि लोगों को समय की परवाह किए बिना लगातार वर्कआउट रूटीन बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करना जरूरी हैं, क्योंकि यह लंबे समय तक फिटनेस गोल के लिए ऐसा जरूरी है.