नया सवेरा नेटवर्क
- मृतक के परिवार को खर्च के बोझ से बचाने की जरूरत
- तेरही का बहिष्कार कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
जौनपुर। खुटहन के ओइना गांव के निवासी समाजसेवी मातादीन यादव का निधन हो गया था। जिनके निधन पर 13वें दिन तेराही का बहिष्कार लोगों ने कर दिया और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि दी। जानकारी के अनुसार ओईना गांव निवासी समाज सेवी मातादीन का निधन विगत दो सप्ताह पूर्व हो गया था, जिसमें उनके शिक्षक पुत्र डॉ शेष कुमार यादव ने परिजनों से विचार विमर्श कर तय किया कि तेरही का आयोजन नहीं किया जाएगा। बल्कि स्वर्गीय मातादीन यादव के इच्छाओं को संज्ञान में लेते हुए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। जिसके क्रम में शिक्षकों व ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि दी।
जिसमें मुख्य अतिथि प्रो. राकेश यादव ने कहा कि 13वीं का सभी लोगों को बहिष्कार करना चाहिए क्योंकि उसमें खर्च ज्यादा पङते हैं लोगों को खर्च से बचने के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करें। जिससे एक भारी भरकम खर्च बचा जा सके। उधर परिवार पर गमों का का पहाड़ टूटा होता है ऊपर से मृत्युभोज पर खर्च करने में काफी तकलीफें उठानी पड़ती है इसे बचा जाना ही इस प्रथा का अंत करना होगा।
इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुभाष चंद्र यादव, आस्था फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. अरविंद यादव, डॉ. शिव प्रसाद यादव, डॉ. संजय यादव, डॉ. शिवशंकर, अजय एवं अन्य लोग मौजूद रहे। श्रद्धांजलि सभा का संचालन राम किशुन सिंह पीजी कॉलेज सिद्धिकपुर के प्रवक्ता शेषकुमार यादव ने किया।
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2 टिप्पणियाँ
यही ज्ञान जरा चलीसा पे दे दें|ये विक्षिप्त मांसिकता वाल लोग हैं|जो सनातन धर्म के लिए परजीवी की तरह हैं|और इन्हें सुनने वालों को क्या कहें|सुनने वाले इनसे भी बड़े परजीवी हैं|
जवाब देंहटाएंहमारे मनीषियों ने बड़ी तपस्या करने के बाद सनातन के नियम बनाए हैं|जितने भी नियम सनातन के हैं सभी वैज्ञानिक व समाजोपयोगी हैं|
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