नया सवेरा नेटवर्क
जरूरतंदों के हमेशा प्रेरणा रुाोत रहे सुब्रत राय:फैसल हसन
सहाराश्री ने देश का मान विश्व पटल पर बढ़ाया:धर्मेंद्र निषाद
सहारा श्री के निधन पर श्रद्धांजलि देने का लगा तांता
जौनपुर। उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रभान सिंह इंदू ने सहारा इंडिया परिवार के चेयरमैन सुब्रत राय सहारा श्री के निधन पर अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि देश ने एक राष्ट्रभक्त सपूत को खो दिया है। व्यापार जगत में अपनी अमिट छाप छोड़कर देश भक्ति का जज्बा लेते हुए सुब्रात राय सहारा ने लाखों बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने के साथ साथ खेल कूद को भी बढ़ावा दिया। सुब्रात राय सहारा ने भारतीय क्रिकेट टीम को प्रोत्साहित करने के साथ साथ हॉकी, कबड्डी व अन्य खेलों को स्पांसर कर न सिर्फ खिलाडि़यों का मनोबल बढ़ाया बल्कि विश्व पटल पर भारतीय खिलाडि़यों को अलग पहचान दिलाई। आज उनके निधन से हम सब मर्माहत हैं और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जिला महासचिव आरिफ हबीब ने अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि उद्योग जगत के साथ साथ राष्ट्र की धरोहर इस दुनिया को अलविदा कर चुकी है। हम सब दु:ख की इस घड़ी में सहारा इंडिया परिवार के साथ खड़े हैं। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव धर्मेंद निषाद ने सुब्रात राय सहारा श्री के निधन पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्रीय सहारा के जिला कार्यालय पर कहा कि देश ने एक ऐसे विभूति को खो दिया जिसने भारत का मान सम्मान विश्व पटल पर बनाया था। आज सहारा इंडिया परिवार के मुखिया के निधन से सभी मर्माहत हैं। विकट परिस्थितियो में कैसे लड़ा जाता है ये हमें उनसे सीखने की जरूरत है। तमाम परेशानियों के बावजूद भी वे देश छोड़कर नहीं गये जिससे ये बात साबित होती है कि वे राष्ट्र के प्रति कितने समर्पित थे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज ने अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रात राय सहारा हमेश गरीब बेसहारा व अन्य लोगों की मदद करने के लिए सबसे पहले सामने आते थे। दो दशक पूर्व जब भारत में भू-कंप से हजारों लोग को अपनी जान गंवाने के साथ साथ आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा तो सुब्रात राय सहारा ने सरकार की मदद करने के साथ साथ उन लोगों तक मदद पहुंचाई जो इसके हकदार थे। देश के प्रति उनके जज्बे को कोई शायद ही भूल सकता है। अतुल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष उर्वशी सिंह ने कहा कि भारत ने एक ऐसे वीर सपूत को खो दिया जिसने तमाम परेशानियों के बाद भी देश का साथ नहीं छोड़ा। आज वे हम लोगों के बीच नहीं है पर उनके बताये हुए रास्ते पर हम लोग चलने का प्रयास करेंगें। देश के प्रति वे इतने समर्पित थे कि भारत माता की विशाल मूर्ति उनके प्रत्येक कार्यालय में नजर आती है। साथ ही राष्ट्र सर्वोप्परी उनके मूल सिद्धांत में हमेशा रहा है। ऐसे में हम लोग उनके निधन से मर्माहत हैं। जनगणमन संस्था के अध्यक्ष असलम शेर खां ने अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि सुब्रात राय सहारा एक संघर्षशील व जुझारू व्यक्तित्व का नाम है जिसने देश का उन्नति के रास्ते पर पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कार्पोरेट जगत में उंचाईयों पर पहुंचने के बावजूद उन्होंने जमीनी स्तर पर कार्य किया और हर एक जरूरतमंद के बीच वे अवश्य समय पर मौजूद रहते थे। लखनऊ में प्रत्येक वर्ष गरीब बेसहारा कन्याओं का विवाह कराने की परंपरा उन्होंने ही सबसे पहले शुरू की थी साथ ही देश की सेवा करते हुए सेना के जवानों के शहीद होने पर उनके परिजनों को लाखों रूपये आर्थिक सहायता प्रदान करने वालों में सुब्रात राय सहारा श्री का नाम सबसे पहले आता था। आज वे हमारे बीच नहीं है पर उनकी प्रेरणा हमारे साथ हमेशा रहेगी। जफराबाद संवाददाता के अनुसार स्थानीय नगर पंचायत क्षेत्र स्थित एमएच कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में बुधवार की शाम सहारा सुप्रीमो सुब्रात राय के निधन पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अध्यक्षता कर रहे इजहार हुसैन ने बताया की सहारा सुप्रीमो ने सबसे छोटी पूंजी वाले मोची, राजगीर, और ठेले वालों के सहारा बैंक के रूप में सेवाएं मुहैया कराकर लोगों को पूंजीपति बनाया। लोग अपनी छोटी-छोटी रकम जमा करके बैंक से लेनदेन की जानकारी प्राप्त कर लिए जो सहारा की देन है। एक छोटे से परिवार में जन्म लेकर ऊंचाइयों तक पहुंचना ही बहुत बड़ी बात है। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में बृजनंदन स्वरूप, महरोज आलम उर्फ मिथुन, औसाफ हुसैन, वैभव वशिष्ठ उर्फ माही, उमाकांत गिरी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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