प्रयागराज: धू-धूकर जला रावण, प्रभु राम की हुई जय-जयकार | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। विजय दशमी पर असत्य के शिखर पर खड़े रावण का अंत हो गया। श्रीराम का तीर लगते ही रावण का पुतला धू-धूकर जल उठा। उपस्थित लोग प्रभु राम की जय-जयकार कर उठे। रामलीला कमेटियों के अलावा सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं की ओर से रावण के पुतले का दहन किया गया। पजावा रामलीला कमेटी की ओर से ककरहा घाट पर रावण के 15 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया।
साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले का भी दहन किया गया। रामलीला समाप्त होने के बाद भगवान श्रीराम की सवारी ध्वज-पताका बैंडबाजा के साथ ककरहा घाट पहुंची। रावण का दहन होते ही घाट भगवान श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा। दारागंज रामलीला कमेटी व श्रीकटरा रामलीला कमेटी का संयुक्त रावण दहन अलोपीबाग रामलीला मैदान में किया गया। अल्लापुर रामलीला कमेटी की ओर से 15 फीट के रावण के पुतला का दहन किया गया। करेली और म्योराबाद में रावण का दहन किया गया।