नया सवेरा नेटवर्क
सुजानगंज। श्री गौरीशंकर संस्कृत महाविद्यालय के फेसबुक पेज पर संस्कृत सप्ताह के पंचम एवं अन्तिम दिवस पर सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु की संस्कृत विभाग की प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ. आभा द्विवेदी ने बताया कि भारतीय संस्कृति के लिए संस्कृत प्राणवायु के समान है। देश का सांस्कृतिक जीवन इसी भाषा में अंतर्निहित है।
आवश्यकता इस बात की है कि हम जो अपनी जड़ से कट रहे हैं वो उचित नहीं है।जो जड़ से कट जाता है उस तरु को चाहे वो कितना भी विशाल हो सूखने में समय नहीं लगता।अपनी विरासत, अपना इतिहास न संजोने वालों का कोई भविष्य नहीं होता।
उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. जयप्रकाश तिवारी ने की। उपस्थित अतिथियों का स्वागत एवं आभार महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ विनय कुमार त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के प्राध्यापक शिवानंद चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय कके प्राध्यापक एवं छात्र उपस्थित रहे।
![]() |
Advt. |
![]() |
Advt. |
0 टिप्पणियाँ