तिरंगे का अपमान | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
तिरंगे का अपमान
15 अगस्त को ले आए तिरंगा
हर स्कूल में फहराए तिरंगा,
दूसरे ही दिन दिख गया मुझे
कूड़े में फेंका गया तिरंगा।
जब न संभले तो मत ले जाओ
तिरंगे का अपमान मत करो,
ये देश का वो प्रतीक है जिसके लिए भगत सिंह जैसे शहीदों ने कुरबानी दी।
वतन की हिफ़ाज़त भारत में बस दो दिन ही दिखाई देती है,
15 अगस्त, 26 जनवरी उसके बाद सबको अपनी भूख दिखाई देती है।
ध्वज के सम्मान में राष्ट्रपति के सिर झुक जाते हैं,
कुछ अबोध नागरिक ऐसे हैं
जो तिरंगे को गंदगी में बहाते हैं।
एक गुजारिश है सबसे
न हिफ़ाज़त कर पाओ तो कभी तिरंगा मत लेना,
दूसरे देश को कभी अपने देश के ध्वज पर न हंसने देना।
बच्चे भूल करते है तो उन्हें बताओ,
जब बड़े ही नही समझदार है तो फिर किसको दिखाओ?
प्रण रखो की हिफ़ाज़त कर सकेंगे ध्वज की तो ही लेंगे ,
वरना सिर्फ नारे में ही
मां तुझे सलाम कह देंगे ।
रितेश मौर्य
जौनपुर, उत्तर प्रदेश।
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