वाराणसी: शिक्षा मंथन में नैक मूल्यांकन और अनुसंधान पर जोर | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। उच्च शिक्षण संस्थानों और राज्य विश्वविद्यालयों के ‘शिक्षा मंथन में नैक मूल्यांकन के साथ अनुसंधान को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। कानपुर के छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिनी सम्मेलन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अनुसंधान और शैक्षणिक स्तर को लेकर विश्वविद्यालयों के बीच प्रतिस्पर्धा पर जोर दिया। प्रो. आनंद त्यागी ने काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। उनके साथ संस्कृत विश्वविद्यालय और काशी विद्यापीठ के वरिष्ठ शिक्षक और अधिकारी भी शामिल थे। सम्मेलन में कुलाधिपति ने उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की बेहतर गुणवत्ता और उसमें नए बदलाव को लेकर कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि कठोर परिश्रम एवं सत्यनिष्ठा के बिना वर्तमान युग में प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं की जा सकती। नैक और एनआईआरएफ रैंकिंग में प्रदेश के कई संस्थानों का नाम आने को भी उन्होंने सुखद बताया और संस्थानों को नए अनुसंधानों को प्रेरित करने के भी निर्देश दिए। संस्कृत विवि के आईक्यूएसी समन्वयक प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी ने बताया कि कुलाधिपति ने शिक्षण संस्थानों का प्रतिमाह मूल्यांकन कराने के निर्देश दिए हैं। संस्कृत विवि की तरफ से कुलपति के साथ कुलसचिव राकेश कुमार, प्रो रामपूजन पांडेय, प्रो हरिप्रसाद अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक प्रो सुधाकर मिश्र, प्रो विधु द्विवेदी, डॉ विद्याचन्द्रा, डॉ विशाखा शुक्ला, डॉ राजा पाठक आदि ने शिक्षा मंथन में प्रतिभाग किया।