लखनऊ: सनतकदा में दास्तान के साथ शुरू हुआ सावन मेला | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ बायोस्कोप के सावन मेला: आया सावन झूम के का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। कैसरबाग सनतकदा में शुरू हुए मेले की पहली शाम दास्तानगो हिमांशु बाजपेयी ने अपनी खुद की जिदंगी से जुड़ी कहानी सुनाई। उन्होंने कार्यक्रम का आग़ाज़ अपने दोस्त द्वारा लिखे एक शेर धूप में कौन किसे याद किया करता है पर तेरे शहर में बरसात तो होती होगी से किया। उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत जो की खाला बाज़ार में उनकी पैदाइश से हुई।
उससे लेकर उनके दास्तान सुनने के सफर से सब को अवगत कराया। उन्होंने अपने दोस्त अंकित चड्ढा को याद करते हुए बताया कि कैसे उन दोनों का ये सपना था कि वो भारत में एक बार फिर किस्सो की बहार लेके आयें और एक ऐसी पहल हो की दास्तान सुनने को एक कला की तरह देखा जाये और इन कलाकारों को मान्यता दी जाए। सावन मेले के तहत नानखटाई, पानी बताशे इत्यादि की काफी बिक्री हुई और साथ ही मेहंदी और गजरे के स्टाल पर लोगों की एक लंबी लाइन देखने को मिली।
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