जौनपुर: बच्चों का सर्वांगीण विकास करना शिक्षक का मुख्य दायित्व | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
ओरिएंटेशन प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को उनके दायित्वों का बोध कराना
हर साल नेहरू बालोद्यान इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर शिक्षकों में देता है एक नया संदेश
जौनपुर। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी नेहरू बालोद्यान ने शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया। यह आयोजन इस उद्देश्य से किया जाता है कि शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों को किस तरह से निर्वहन करें। अगर शिक्षक स्वंय अपने नैतिक मूल्यों और कर्तव्यों व दायित्वों को समझेगा तभी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुधार हो सकता है। शिक्षक इसका मुख्य सूत्रधार होता है। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम हर साल इसलिए आयोजित किया जाता है कि शिक्षक अपने दायित्वों का बोध करने के साथ साथ छात्रों के कत्र्वयों का भी बोध करें। कहा कि शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए एक शिक्षक की सभी छात्रों के प्रति समदृष्टि रखना एक महत्वपूर्ण पक्ष है। साथ ही साथ सूक्ष दृष्टि रखना अति महत्वपूर्ण पक्ष है। वक्ताओं ने कहा कि जैसे त्याग के बिना पूजा नैतिकता के बिना वाणिज्य निर्थक है वैसे ही एक शिक्षक का अपने छात्र छात्राओं से आत्मिक लगाव के बिना शिक्षा गुणवत्तापूर्ण नहीं होगी। एक अच्छे शिक्षक के लिए शिष्य, आत्मज और शिष्या आत्मजा होती है। कहा कि यदि मूल्यांकन पद्धति सुधर जाये तो आधी शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा प्राप्त करके उसे व्यवहारिक जीवन में उपयोग करना होता है। एक शिक्षक को ही समाज के समस्त अपेक्षाओं को पूरा करना होता है क्योंकि शिक्षक ही सामाजिक अभियंता है। बच्चों को शिक्षा देने के साथ साथ उनका सर्वांगीण विकास करना शिक्षक का मुख्य दायित्व होता है। कार्यक्रम के प्रांरभ में अतिथियों का परिचय व स्वागत नेहरू बालोद्यान के प्रबंधक डॉ.सीडी सिंह ने दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता टीडीपीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ.टीएन सिंह ने किया। अपने अपने विचार करने वाले वक्ताओं में हंडिया पीजी कॉलेज के डॉ.रामबली यादव प्रयागराज, पूर्व प्रो. एचएन मिश्रा कॉलेज ऑफ एजुकेशन कानपुर, पूर्वांचल विवि के जन संचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मनोज मिश्रा आदि शामिल रहे। संचालन अरविंद सिंह ने किया। अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय की संचालिका डॉ.चंद्रकला सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य ही है कि एक अबोध बालक को सुबोध नागरिक बनाना। इसके लिए हम कृत संकल्पित हैं। इस मौके पर प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह, प्रधानाचार्य श्रीमती प्रियंका सिंह सहित तीनो शाखाओं के सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।
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