ऑयली और मसालेदार फूड बिगाड़ देते हैं डाइजेशन? नेचुरल तरीकों से सुधारें पाचन तंत्र | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
बदली लाइफ स्टाइल के चलते पाचन संबंधी समस्याएं अब बेहद कॉमन हो चुकी हैं. थोड़ी भी तेल वाला या मसालेदार फूड खाते ही कई लोगों के पेट में गड़बड़ शुरू हो जाती है. इसके लिए कई लोग दवाइयां तक लेते हैं. हालांकि लाइफस्टाइल और खान-पान की अपनी आदतों में थोड़ा सा बदलाव कर पाचन संबंधी समस्याओं को नेचुरली सुधारा जा सकता है. हेल्थलाइन के मुताबिक साबुत अनाज, फाइबर युक्त फूड समेत अन्य चीजें डाइट में शामिल कर खुद को हेल्दी रख सकते हैं.
- फाइबर की मात्रा बढ़ाएं
पेट की समस्याओं को दूर करना है तो अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में फाइबर का होना बेहद जरूरी होता है. बता दें कि डाइजेशन को बेहतर बनाने में फाइबर अहम रोल निभाता है. सॉल्यूबल फाइबर पानी को एब्जॉर्ब करता है और स्टूल पास करने में मदद करता है. हाई फाइबर डाइट रेगुलर बॉवेल मूवमेंट को भी प्रमोट करती है. इसके साथ ही डाइजेशन से जुड़े कई डिसऑर्डर से बचाव करती है.
- डाइड्रेटेड रहें -
पेट से जुड़ी परेशानियों की एक बड़ी वजह डिहाइड्रेशन का होना भी होता है. आप अगर लंबे वक्त तक डिहाइड्रेटेड रहते हैं तो पाचन संबंधी परेशानियां शुरू हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा में सादा पानी रेगुलर पीते रहें. इसके साथ ही ऐसी चीजों को डाइट में शामिल करें जिसमें पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद हो. शरीर की जरूरत से कम पानी पीने से कब्ज की समस्या पैदा हो जाती है.
- भोजन अच्छे से चबाएं -
बहुत से लोगों की आदत होती है कि वे खाने को काफी जल्दी खा लेते हैं. इस दौरान वे खाना चबाने के बजाय उसे सीधे निगलते हुए नजर आते हैं. आप भी अगर ऐसा ही करते हैं तो ये आदत आपको पेट से जुड़ी बीमारियां दे सकती हैं. डाइजेशन की शुरुआत मुंह से होती है. ऐसे में दांतों की मदद से खाने को ज्यादा से ज्यादा चबाना जरूरी होता है. अगर खाना ठीक तरीके से नहीं चबाया जाता है तो पेट को ज्यादा काम करना पड़ता है जो पाचन को प्रभावित कर सकता है.
- होल फूड -
पेट संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए डाइट में साबुत फूड को शामिल करना काफी फायदेमंद होता है. आजकल की लाइफ स्टाइल में प्रोसेस्ड फूड का चलन काफी बढ़ गया है, जिसका लंबे वक्त तक सेवन पेट को कई बीमारियां दे सकता है. होल फूड कम प्रोसेस्ड होता है, न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता और इसे खाने से शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं.
- देर रात खाने से बनाएं दूरी -
बदली लाइफस्टाइल का असर हमारी फूड हैबिट्स पर हुआ है. इसी के सााथ खाने का टाइम टेबल भी प्रभावित हुआ है. कई लोगों को देर रात में खाने की आदत होती है जो कि लंबे वक्त तक रहने पर पाचन को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है. देर रात खाने से ठीक से पाचन नहीं हो पाता है और हार्ट बर्न और अपच की समस्या पैदा हो जाती है. ऐसे में टाइम टेबल पर खाना जरूरी है.
- स्मोकिंग, ड्रिंकिंग छोड़ें -
पाचन तंत्र को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली चीजों में सिगरेट और शराब भी शामिल है. लंबे वक्त तक इनका सेवन डाइजेशन को बिगाड़ सकता है. स्मोकिंग से गैस्ट्रोइसेफेगल रिफल्क्स डिजीज (GERD) होने का खतरा बढ़ता है, वहीं ज्यादा शराब का सेवन पेट में एसिड बढ़ाता है और हार्ट बर्न और पेट के अल्सर की समस्या पैदा कर सकता है.
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