नया सवेरा नेटवर्क
अधिवक्ता संघ ने निंदा प्रस्ताव पारित कर किया कार्य बहिष्कार
जिला प्रशासन ने दिया घटना की जांच के आदेश
जौनपुर। मंगलवार को दीवानी न्यायालय परिसर में हुए गोली कांड में जिला एवं पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बंदियों की सुरक्षा में लगे सभी छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गये हैं। इधर घटना के विरोध में बुधवार को दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता संघ ने प्रस्ताव पारित कर घटना की निंदा की और डीएम व एसपी के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए कार्य बहिष्कार किया। साधारण सभा की बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई गई है। गौरतलब हो कि मंगलवार को पुलिस कर्मियों की अभिरक्षा में दो बंदियों को न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाया गया था। पेशी के बाद जैसे ही पुलिस कर्मी बंदियों को लेकर बाहर आये वैसे ही पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने ताबड़ तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घटना में दोनों बंदियों को गोली लगी और दोनों को आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से बेहतर उपचार के लिए वाराणसी रेफर कर दिया गया। हलांकि दूसरे दिन दोनों घायलों की हालत में सुधार की सूचना प्राप्त हुई है। घटना के बाद हरकत में आये जिला एवं पुलिस प्रशासन ने देर रात कार्रवाई करते हुए बंदियों की सुरक्षा में लगाये गये सभी छह पुलिस कर्मियों को निलंबित करते हुए घटना की जांच के आदेश दे दिये गये है। इधर हमलावरों से गिरफ्तार श्रवण कुमार यादव से भी पूछताछ कर रही है। हलांकि घटना में अब तक जो भी सच्चाई सामने आई है उसमें एक वर्ष पूर्व दंगल के दौरान गिरफ्तार हमलावार के भाई पहलवान यादव की हत्या का बदला लेने के लिए ही इस गोलीकांड को अंजाम दिये जाने की बात सामने आई है। इधर घटना के बाद एक बार एक सवाल जो उठकर सामने आ रहा था कि आखिर न्यायालय के सभी गेटों पर जब सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तो ऐसे में कोई बदमाश असलहा लेकर कैसे अंदर गया। प्रथम दृष्टया जांच में यह भी बात सामने आई है कि जिस गेट नंबर 3 से गिरफ्तार हमलावर श्रवण यादव व उसके साथी प्रवेश कर न्यायालय परिसर में मय असलहा के साथ गये थे उसपर तैनात पुलिस कर्मियों ने तलाशी नहीं ली थी जिससे उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। जिन पुलिस कर्मियों पर घटना के बाद गाज गिरी है उनमें उप निरीक्षक कालीचरण कन्नौजिया, हेड कांस्टेबल संतोष कुमार गुप्ता, संजय यादव, जय किरन सोनकर, कांस्टेबल अनिल चौहान, महिला कांस्टेबल अर्चना मौर्य शामिल हैं।
अधिवक्ताओं ने किया नारेबाजी
मछलीशहर जौनपुर। दीवानी न्यायालय परिसर में मंगलवार को हुई फायरिंग के विरोध में बुद्धवार को तहसील अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहे। तहसीलदार न्यायालय के सामने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया। अधिवक्ता ने बैठक कर सभी न्यायालयों के अधिवक्ताओं की सुरक्षा की मांग करते हुये तहसील व जिला मुख्यालयों में आवश्यक पुलिस बल तैनाती की मांग की गई। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद,महामंत्री बनवारी राम मौर्य,भरत लाल यादव,सुरेन्द्र मणि शुक्ला,आर पी सिंह,सरजू प्रसाद विन्द,सतिराम यादव,अजय सिंह,बाबू राम,सरिता मिश्रा,महाबली यादव,इशांत मिश्रा आदि उपस्थित थे।
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