नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद कार्यालय के सभागार में सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला 31 मई को मनाए जाने वाले विश्व तंबाकू दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गई।
एनसीडी नोडल अधिकारी डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि तम्बाकू सेवन से कई प्रकार के दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं। डॉ. शैलेश मौर्या ने बताया कि इस बार विश्व तंबाकू दिवस की थीम है कि अनाज उगाएं, तम्बाकू नहीं। यानी जब तंबाकू के उत्पाद ही कम होगा तो लोग उपयोग से बचे रहेंगे।
तंबाकू स्वास्थ्य, सामाजिक, आर्थिक एवं वातावरण को भी क्षति पहुंचता है। उन्होंने कोटपा एक्ट अधिनियम के बारे में जानकारी दी। डॉ. संजय सिंह व अनीता तोमर ने बताया कि अपने दिनचर्या में बदलाव लाकर भी तम्बाकू सेवन की आदत को छोड़ा जा सकता है।
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