जौनपुर: भगवान की भक्ति ही सर्वोपरि विधा है:साध्वी प्रज्ञा | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
सुजागंज जौनपुर। क्षेत्र में चल रहे भागवत कथा में मानव जीवन की सार्थकता के लिए भगवान की भक्ति ही सर्वोपरि विधा है। भक्त ध्रुव ने सकाम भक्ति करके अटल पद को प्राप्त कर लिया। अगर निष्काम भगवान की भक्ति की जाए तो उससे प्राप्त होने वाले फल की कल्पना नहीं की जा सकती है। उक्त उार हिम्मतनगर निवासी बालमुकुंद शुक्ल के आवास पर चल रही भागवत कथा में वृंदावन से पधारी साध्वी प्रज्ञा ने व्यक्त किया ।कथा के प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने परीक्षित सुकदेव आगमन विदुर मैत्रेय संवाद. वाराहवतार. कपिलो पाख्यान सती चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। कथा के पूर्व मुख्य यजमान पद्मजा शुक्ला एवं बालमुकुंद शुक्ल ने व्यास गद्दी का पूजन अर्चन किया। इसी प्रकार क्षेत्र के बाल्हामऊ निवासी उमा शंकर पांडे के आवास पर चल रहे भागवत कथा में सुधाकर महाराज ने श्रोताओं को सीख देते हुए कहा कि सनातन संस्कृति से ही वि·ा का कल्याण संभव है । कथा के प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने धर्म के निरूपण परीक्षित को श्रृंगी ऋषि का श्राप के प्रसंग पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य यजमान सहित रमाशंकर दयाशंकर आदि ने माल्यार्पण कर व्यास का स्वागत किया।