वाराणसी: गीता के नैतिक मूल्यों पर की गंभीर चर्चा | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। बरेका स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में सोमवार को श्रीमद् भगवतगीता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। संस्कृत विभाग भाषा, साहित्य भवन गुजरात यूनिवर्सिटी (अहमदाबाद) एवं चतुर्वेद संस्कृत संस्थान (काशी) की तरफ से यह आयोजन था।
संगोष्ठी में विशिष्ट वक्ता डॉ. कनैया ठाकर ने गीता के नैतिक मूल्य पर गंभीर चिंतन प्रस्तुत किया। मुख्य वक्ता संस्कृत विवि के कुलसचिव प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी ने तात्विक विवेचन किया। अध्यक्षता गुजरात यूनिवर्सिटी की प्रो मयूरी भाटिया ने की।
राजस्थान के आचार्य विमलेश सुखवाल ने मंगलाचरण और मध्यप्रदेश से तृतीय कक्षा के छात्र आयुष्मान प्रतीक शर्मा ने गीता के श्लोकों का पाठ किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. चंद्रकांत दत्त शुक्ला, संचालन गुजरात यूनिवर्सिटी के डॉ अतुल उनागर व धन्यवाद ज्ञापन राजकीय महिला महाविद्यालय की संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. रचना शर्मा ने किया। इस दौरान प्रो. कमलेश कुमार चौकसी, प्रो. शुभलक्ष्मी त्रिपाठी, प्रो. हेतल पंड्या, प्रो. उमाशंकर त्रिपाठी, प्रो. गीता श्रीवास्तव, प्रो. मंजुलता शर्मा, प्रो. उमा श्रीवास्तव, डॉ. शैलेश तिवारी, डॉ.गीता शुक्ला, डॉ.सविता भारद्वाज आदि रहीं।