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नौनिहालों को आहार खिलाती आंगनबाड़ी कार्यकत्री। |
नया सवेरा नेटवर्क
मीरगंज जौनपुर। विकास खंड मछलीशहर के बामी गांव में अन्नप्राशन दिवस का आयोजन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकत्री मीरा सिंह एवं सुमन सिंह ने 6 माह की आयु पूरी कर चुके बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन करवाया। इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री मीरा सिंह ने बच्चों के स्वजनों को बताया कि बढ़ती उम्र के साथ बच्चों का शारीरिक विकास होता है। 6 माह की आयु पूरी होने पर बच्चे का वजन लगभग दो गुना और लम्बाई लगभग 33‡ तक और एक वर्ष की आयु पूरी होने पर बच्चे का वजन लगभग तीन गुना और लम्बाई 50‡ तक बढ़ जाती है। ऐसे में जब बच्चा 6 माह की आयु पूरी करता है तो मात्र मां के दूध से बच्चे को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है जिसके लिए अतिरिक्त अनुपूरक आहार देना जरूरी हो जाता है। अनुपूरक आहार के रूप में बच्चे को खीर, पतली दाल, खिचड़ी, दलिया और मसले हुए फल देना चाहिए। शुरु आत में अर्ध ठोस आहार देना चाहिए। उम्र बढ़ने के साथ- साथ भोजन की मात्रा और गाढ़ेपन को बढ़ाते जाना चाहिए।इस बीच बच्चों को जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक, चाकलेट और चिप्स, कुरकुरे, मुरमुरे आदि से दूर रखने का प्रयास करना चाहिए इनकी जगह बच्चों को ताजे फल और देने चाहिए। ऊपरी आहार अतिरिक्त आहार के रूप में है जिसे देने का मतलब यह कतई नहीं है कि बच्चे को मां का दूध पिलाना बंद कर दिया जाये। मां का दूध बच्चे को दो वर्ष तक पिलाया जाना चाहिए। गर्भावस्था के 270 दिन और उसके पश्चात के दो वर्ष यानी 730 दिन को बच्चे के हजार सुनहले दिन के रूप में जाना जाता है जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। अत: इस अवधि में बच्चे के पोषण को गम्भीरता से लेना चाहिए। अन्नप्राशन कार्यक्रम में अक्षत सिंह और अयांश यादव को अन्नप्राशन कराया गया। इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान के अलावा अन्नप्राशन करने वाले बच्चों के परिवार के सदस्य, ग्राम पंचायत बामी की सदस्य उर्मिला सिंह तथा कम्पोजिट विद्यालय बामी की सहायक अध्यापिका प्रेमलता सिंह तथा गांव की महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।
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