लखनऊ: बीबीएयू के छात्रों का हंगामा, पुलिस से नोकझोंक | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- बीबीएयू में सरस्वती पूजा के दौरान उपजे विवाद ने पकड़ा तूल
- छात्रों ने आरोपी दोनों छात्राओं के खिलाफ दिया शिकायती पत्र
लखनऊ। बाबा साहेब अंबेडकर विवि में गुरुवार को सरस्वती पूजा के दौरान उपजे विवाद ने तूल पकड़ लिया। एक गुट के छात्र-छात्राओं ने अम्बेडकर का अपमान किये जाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को अम्बेडकर भवन में धरना प्रदर्शन किया। छात्राओं का आरोप है कि उनके कमरे में आकर धमकाया गया और कई घंटे तक बंधक भी बनाया। हंगामा बढ़ने पर विवि प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। छात्रों की पुलिस से तीखी नोकझोक हुई। छात्रों ने आरोपी दोनों छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्राक्टर को शिकायती पत्र दिया। छात्रों का धरना रात में भी जारी रहा। विवि के प्रॉक्टर ने मामले को लेकर देर शाम बैठक बुलायी।
बीबीएयू में गुरुवार की रात करीब आठ बजे संघमित्रा महिला छात्रावास (विस्तार) में सरस्वती पूजन का कार्यक्रम चल रहा था। तभी एक छात्रा ने कहा कि अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण नहीं किया गया। वहां मौजूद कुछ छात्राओं ने इसका विरोध किया। मामला बढ़ने पर एक-दूसरे गुट की छात्राओं के बीच कहासुनी बढ़ गई। वार्डन के दखल पर छात्राएं शांत हुईं। नाराज छात्राओं के समर्थन में विवि का एक छात्र गुट भी आ गया। अम्बेडर भवन के सामने धरने पर बैठ गए। आरोपी छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई और इनके छात्रावास से निष्कासन की बात पर अड़ गए। छात्रों ने दिन भर हंगामा किया। मामले की निपटारे को लेकर विवि के प्रॉक्टर प्रो. विभूति बी मलिक के नेतृत्व में बैठक चल रही है। बीबीएयू प्रवक्ता डॉ. रचना गंगवार ने बताया कि विवि ने मामले को संज्ञान में लिया है। प्रॉक्टोरियल बोर्ड जांच कर रहा है। घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- कोचिंग में योग्य शिक्षक न होने से नाराज छात्रों का प्रदर्शन
लखनऊ। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में प्रशासनिक सेवाओं की कोचिंग में नियमित शिक्षक व कक्षाएं शुरू न होने से नाराज छात्रों ने शुक्रवार को प्रशासनिक भवन का घेराव कर प्रदर्शन किया। केन्द्र सरकार ने डॉ. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डीएसीई) के तहत बीबीएयू में एससी-एसटी छात्रों के लिए प्रशासनिक सेवाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग शुरू करायी थी। चार माह से यहां नियमित शिक्षकों को तैनाती नहीं दी। इस सम्बंध में विवि के प्रॉक्टर के मोबाइल पर संपर्क किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।