नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्रीय समन्वयकों का काशी में मंगलवार से चार दिनी सम्मेलन शुरू हुआ। नदेसर स्थित होटल गैंगेज में तीसरी परिषद की बैठक में समन्वयकों ने सभी देशों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन मैप तैयार करने पर सहमति जताई। प्रतिनिधियों का कहना था कि पर्यटन के जरिए संस्कृतियों व व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा।बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव योजना पटेल के नेतृत्व में रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान व तजाकिस्तान के राजनयिकों ने अपने यहां के पर्यटन ढांचा और संभावनाओं का प्रजेंटेशन दिया। एक-दूसरे देशों को जोड़ने का रूट मैप भी बताया। इस दौरान पर्यटन के विभिन्न मुद्दों पर करार के लिए योजना तैयार करने पर भी मंथन हुआ। चीन व पाकिस्तान के समन्वयक वर्चुअल जुड़े।
बैठक शुरू होने से पूर्व अतिथियों का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच काशी की परम्परा के अनुसार स्वागत हुआ। अयोध्या के कलाकारों ने तिरंगा लेकर लोक नृत्य फरुवाही का प्रदर्शन किया। बीएचयू के संगीत एवं मंच कला संकाय की डॉ. रंजना उपाध्याय ने गंगा स्तोत्रम पर आधारित कथक पेश किया।
समन्वयकों का प्रतिनिधिमंडल काशी की संस्कृति व परम्पराओं से रूबरू होने के लिए 20 जनवरी को मंदिर, घाट, सारनाथ आदि का भ्रमण करेगा। वे बैलून फेस्टिवल में भी शामिल होंगे। बैठक में तजाकिस्तान से अहमद सैदमुरो दोजदा व राकसोन सुल्तोनी, उजबेकिस्तान से रक्षानातुला, नरीम बेतो और फ्लोसबेक कोमिलॉव, कजाकिस्तान से यार्लिक सस्क्रोबिच अली, मीनारा रखानोवा और बुयरजन इमानदोसोंव, किर्गिस्तान से केजिवेक कोचिकोनों व एजादा नार्कोजिएवा, रूस से बी.खाकीमोव, आईडी, प्रोकोपेंको प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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