- नया सवेरा नेटवर्क
- आरपीएफ ने आरोपियों की कॉल डिटेल खंगाली
- हैदरगढ़ डिपो में 40 लाख के तार लूट की फर्जी रिपोर्ट का मामला
लखनऊ। हैदरगढ़ स्थित उत्तर रेलवे के डिपो में गार्ड से मारपीट कर तांबे के तार लूट का फर्जी मुकदमा लिखवाने के प्रकरण में डीआरएम ने जांच के आदेश दिए है। वहीं, इस मामले की जांच कर रही आरपीएफ ने आरोपियों की कॉल डिटेल (सीडीआर) निकलवाई है। अधिकारियों की मिलीभगत की भी जांच होगी।
उत्तर रेलवे का हैदरगढ़ में ओएचई वायर रखे जाने का गोदाम है। तीन दिसंबर को जूनियर इंजीनियर टीआरडी रत्नेशपति त्रिपाठी की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया कि गोदाम के गार्ड को पीटकर तार चोरी कर लिया गया है। मुकदमा निहालगढ़ आरपीएफ ने दर्ज किया। आरपीएफ की जांच में गत दिवस मामला कुछ और ही निकला। रेलवे इंजीनियर ने 40 लाख रुपये का तार साजिश रचकर पार कर दिया था और उसे रेलवे गोदाम की जगह ठेकेदार के गोदाम में पहुंचवा दिया था।
गिरफ्तार पांचों अभियुक्त रिहा
जांच-पड़ताल में रेलवे इंजीनियर रत्नेश पति त्रिपाठी सहित टेक्निशियन संदीप कुमार, हेल्पर दिलीप कुमार शर्मा, ठेकेदार संजय गोस्वामी, उसके प्रतिनिधि सत्यम गौड़ को गिरफ्तार कर रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था। पर्याप्त रिकार्ड व साक्ष्य न होने के कारण कोर्ट ने जमानत दे दी थी।
वर्जन
हैदरगढ़ डिपो के स्टोर में रखे सामानों का मिलान कराया जा रहा है। इस मामले में विभागीय रजिस्ट्रर की भी जांच कराई जाएगी। रेलवे अफसरों की संलिप्तता पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी।
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