नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। धार्मिक नगरी काशी में भी क्रिसमस पर सामाजिक सरोकारों से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। रविवार को शहर में एक तरफ जहां गिरजाघरों में जाने वालों की कतार थी वहीं घाट किनारे छुट्टी का आनंद लेने वाले उमड़े थे। लोगों ने खाटी देसी अंदाज में क्रिसमस मनाया। कई परिवार सजे धजे बजड़े पर सवार हुए। भोजपुरी भक्ति गीतों पर स्वरूपों द्वारा नृत्य किया। बजड़े पर छोटे-छोटे बच्चों ने सेंटा के कपड़े पहन रखे थे। बजड़े पर बज रहा संगीत सुन घाट पर मौजूद बच्चे भी थिरकने लगे।
चौकी घाट पर आयोजित क्रिसमस कार्निवाल लोगों का मुख्य आकर्षण बना। यहां बच्चों से बड़ों तक के मनोरंजन का इंतजाम रहा। नाच गाना, धूम धड़ाका, मौज मस्ती के बीच सामाजिक सरोकारों से जुड़ा संदेश मुखर हुआ। यहां विभिन्न आयु वर्ग के लिए मनोरंजक खेलों की व्यवस्था थी। भारतीय एवं पाश्चात्य व्यंजनों के स्टाल भी थे। भातखंडे काशी संगीत विद्यापीठ के सहयोग से रुद्रनाथ बैंड के कलाकारों ने अमित त्रिवेदी के नेतृत्व में प्रस्तुति दी। राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु ने कार्निवाल का उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि क्रिसमस कार्निवाल का आयोजन इस बात का परिचायक है कि हम भारतीय अपनी सनातन परंपराओं में पूरी निष्ठा रखते हुए सभी धर्म संस्कृति का समान रूप से आदर देते हैं। मुख्य अतिथि का स्वागत भृगु संहिता विशेषज्ञ पं. वेदमूर्ति शास्त्री एवं दर्शना शास्त्री किया।
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