नया सवेरा नेटवर्क
9 नगर पंचायत में चार महिला,एक एससी,एक ओबीसी,एक ओबीसी महिला,दो सामान्य
दो दशक से टंडन परिवार का है सदर सीट पर कब्जा
विपक्ष भी हुए टंडन के मैनेजमेंट के कायल
जौनपुर। जिले की तीन नगरपालिका परिषद व नौ नगर पंचायत अध्यक्ष पद के आरक्षण की सूची सोमवार को शासन द्वारा जारी कर दी गई जिसमें सदर नगरपालिका, शाहगंज व मुंगराबादशाहपुर नगरपालिका परिषद सामान्य पद के लिए घोषित किया गया तो वंही मछलीशहर व कचगांव नगर पंचायत अध्यक्ष पद भी सामान्य किया गया है। जबकि मडि़याहूं, केराकत, खेतासराय, जफराबाद नगर पंचायत अध्यक्ष पद महिलाओं के लिए आरक्षित घोषित किया गया। रामपुर नगरपंचायत अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए व बदलापुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद पिछड़ावर्ग महिला के लिए आरक्षित घोषित की गई है। नव सृजित गौराबादशाहपुर अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित घोषित हुआ है। देखा जाये तो सबसे ज्यादा चर्चित सदर नगरपालिका परिषद की सीट बनी हुई है क्योंकि दो दशक से लगातार इस सीट पर दिनेश टंडन के परिवार का कब्जा है।तीन बार वे खुद लगातार अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए थे और 2017 के चुनाव में महिला पद आरक्षित होने पर उनकी पत्नी माया टंडन बसपा के टिकट पर अध्यक्ष चुनी गई थीं। ऐसे में सोशल मीडिया पर दिनेश टंडन के मैनेजमेंट की चर्चाएं जोरों पर चल रही हैं। यही नहीं पूर्व भाजपा विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह ने भी अपने फेसबुक एकांउट पर उनकी मैनेजमेंट की बात लिखी तो जिले की राजनीति में भूचाल आ गया। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि ये चुनाव कितना महत्वपूर्ण है। सप, भाजपा, कांग्रेस इस सीट को कब्जा करने के लिए अपने सारे हथकंडे अपना चुकी है पर बसपा के इस अभेद किले के सेनापति दिनेश टंडन का कोई विकल्प नहीं ढूंढ़ पाई। ऐसे में एक बार फिर दिनेश टंडन सदर सीट पर अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर लड़ते हुए नजर आयेगें। भाजपा के लिए खासतौर पर सत्ता में रहते हुए बड़ा चैलेंज है कि वे अपनी सरकार के कार्यों के दमपर क्या दिनेश टंडन के किले को ढहा पायेगें या फिर एक बार फिर उनके सर पर ताज अध्यक्ष पद का सजेगा। हलांकि बसपा भी कोई जोखिम लेती हुई नजर नहीं आयेगी और दिनेश टंडन का टिकट लगभग बसपा से पक्का ही समझा जा रहा है। वहीं तीन नव सृजित नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर पहली बार चुनाव होगा और इन तीनों स्थानों पर नये अध्यक्ष पद चुने जायेगें जिसमें कचगांव अध्यक्ष पद साामन्य,गौराबादशाहपुर अनूसूचित जाति व रामपुर नगर पंचायत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। इन स्थानों पर नये सभासदों का भी चुनाव जिले में पहली बार होगा। ऐसे में इन स्थानो ंपर चुनाव को लेकर प्रत्याशियों में खासा जोश देखा जा रहा है।
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