जौनपुर: टंडन से टक्कर लेने इस प्रत्याशी पर दांव लगा सकती है भाजपा | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- लंबी लिस्ट में टॉप पर चल रहा नाम, फिर भी आ सकते हैं चौंकाने वाले परिणाम
अंकित जायसवाल
जौनपुर। नगर पालिका जौनपुर के चुनाव के लिए सभी की निगाह मुख्य पार्टी के प्रत्याशियों पर लगी है, इसके इतर लोग यह भी चाहते हैं कि जो भी मैदान में आए वह अपना ही हो। वह बाहरी न हो और आसानी से उपलब्ध हो। बसपा निकाय चुनाव के मैदान में उतरे या न उतरे लेकिन उसकी तरफ से दिनेश टंडन ही मैदान में हैं। अगर बसपा अपने सिम्बल पर चुनाव नहीं लड़ती है तो भी दिनेश टंडन अपने दम पर इस चुनाव को जीतने का माद्दा रखते हैं। इसके पहले भी ऐसे अवसर आ चुके हैं जब टंडन ने अपने दम पर ही नगर पालिका जौनपुर के अध्यक्ष पद पर विजय हासिल किया।
भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो यहां प्रत्याशियों की लंबी लिस्ट है लेकिन इसमें भी 2 ऐसे प्रबल दावेदार हैं जिन्हें ही टिकट मिलने की पूरी उम्मीद कार्यकर्ताओं को है। इनमें डॉ. रामसूरत मौर्य (सभासद) भाजपा उत्तरी के नगर उपाध्यक्ष और पूर्व नगर अध्यक्ष आशू गुप्ता हैं। भाजपा के सूत्रों की मानें तो इन्हीं दो प्रत्याशियों में से किसी को टिकट मिल सकता है। इसके बाद भी भाजपा चौंकाने वाला नाम घोषित कर सकती है।
- पार्टी के मानक पर खरे उतरते हैं दोनों प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी के बारे में हम सभी जानते हैं कि वह ऐसे प्रत्याशी को कम ही आगे करती है जो सिर्फ पैसे के दम पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। भाजपा में संगठन का भी बहुत अहम रोल होता है। इसके साथ ही प्रत्याशी की व्यक्तिगत कितनी योग्यता है? आम जनता से उसका कैसा रिश्ता है? वह पार्टी या संगठन के लिए कभी काम भी किया है या नहीं? उक्त दोनों नाम ऐसे हैं जो पार्टी के लगभग सभी मानकों पर खरा उतरते हैं। रही बात जातिगत आंकड़ों की तो यहीं पर इनमें से कोई एक मैदान में उतारा जाएगा।
सदर विधानसभा सीट पर मौर्य वोटर भी अपना अहम योगदान देते हैं, इसीलिए इस चुनाव में सपा से भी कई मौर्य भी दावेदारी कर रहे हैं। नगर पालिका चुनावों में बनिया वर्ग का अहम रोल होता है इसीलिए इस वर्ग के लोग दावेदारी करते आ रहे हैं। फिलहाल भाजपा अपना कदम फूंक-फूंककर रख रही है, क्योंकि 2024 में लोकसभा का चुनाव भी है और निकाय चुनाव पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। किसी को नाराज नहीं करना है सबको साथ लेकर चलना है।
- कुछ दावेदार ऐसे जो पैसे के दम पर उतरना चाहते हैं मैदान में
भाजपा में दावेदारों की बात करें तो आपको शहर में उक्त दोनों नेताओं के अलावा नीरज गुप्ता, शशि मौर्या, विवेक सेठ, विमल सेठ, विनोद प्रसाद सिंह (सावित्री नर्सिंग होम), सुरेंद्र सिंघानिया, रमेश चंद बरनवाल के होर्डिंग्स मिल जाएंगे। इनमें से कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जो कभी किसी के सुख-दुख में शामिल हुए ही नहीं, वह अपने पैसे के दम पर इस चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं। वहीं कई पार्टी के मानकों पर खरे नहीं उतरते, दूर-दूर तक उनका पार्टी से कोई खास लेना-देना नहीं रहा है। भाजपा के सदस्य भले हो सकते हैं लेकिन कभी आम जनता के बीच गए नहीं। पार्टी कार्यकर्ता भी इनमें से बहुतों को पसंद नहीं करते। बहरहाल भाजपा ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी जो पार्टी की झोली में यह सीट डालने का काम करे।
- सिर्फ धनबल से नहीं जीता जा सकता चुनाव
नगर पालिका जौनपुर का चुनाव हो या फिर कोई और चुनाव। चुनाव सिर्फ धनबल से नहीं जीता जा सकता। चुनाव में तो तन-मन-धन तीनों की आवश्यकता होती है। नगर पालिका चुनाव में भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए डोर टू डोर कैम्पेन करना होगा। मन लगाकर सभी को अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए मेहनत करनी होगी।
इसके साथ ही प्रत्याशी और पार्टी को दिल खोलकर खर्च भी करना पड़ेगा। कुछ दावेदार तो ऐसे है जिन्हें टिकट नहीं मिला तो वह प्रत्याशी का समर्थन तो दूर गायब तो ऐसे हो जाएंगे जैसे गधे के सिर से सिंग। बहरहाल जल्द ही भाजपा अपने प्रत्याशी का नाम घोषित कर देगी और धीरे-धीरे निकाय चुनाव की तस्वीर साफ होगी।
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