नया सवेरा नेटवर्क
केराकत,जौनपुर। स्थानीय तहसील के चार अधिवक्ताओ के यूनियन बैंक के खाते से रहस्यमय ढंग से निकला लाखो रु पया अथक प्रयास के बाद पुन: खाते मे वापस आने पर अधिवक्ताओ ने खुशी का इजहार किया। बताते हैं कि केराकत तहसील के रविनाथ मिश्र एडवोकेट ,अम्बरीष यादव एडवोकेट, मनोज उपाध्याय एडवोकेट, प्रवीण कुमार शर्मा एडवोकेट का यूनियन बैंक में खाता है। पिछले 6-7 माह पूर्व रविनाथ मिश्र के बैंक खाते से 46 हजार रु पए, अम्बरीष यादव एडवोकेट के खाते से 40 हजार रु पए, मनोज उपाध्याय एडवोकेट के खाते से 30 हजार रु पए एवं प्रवीण कुमार शर्मा एडवोकेट के खाते से 10 हजार रु पए रहस्यमय ढंग से निकल गये। जब इन अधिवक्ताओ को अपने खाते से पैसा गायब होने की जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। सभी अधिवक्ता संबंधित बैंक शाखा पहुंच कर बैंक प्रबंधक से मिलकर जानकारी चाहा तो बैंक प्रबंधक ने कोई संतोष जनक उत्तर नहीं दिया। जिसपर आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कानून का सहारा लेना उचित समझा और कोतवाली में बैंक खाते से पैसा गायब होने केराकत कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया। साथ ही आरबीआई को आनलाइन शिकायत भी दर्ज कराया। इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारियो, बैंक के वरिष्ठ अधिकारियो से लेकर विभिन्न जांच एजेन्सियो में पहुंच कर शिकायत दर्ज कराने के साथ पैरवी में लगे रहे। लगभग छ-सात माह तक लंबे संघर्ष करने के बाद जब सभी अधिवक्ताओ के खाते से गायब वापस आने का मैसेज बुधवार को मिला तो वह खुशी से झूम उठे। इन अधिवक्ताओ का कहना है कि पैसा किसने गायब किया और पास किस खाते से हम लोगो के खाते पैसा ट्रांसफर हुआ है। इसका पता लगाया जा रहा है। पता चलने पर पैसा गायब करने धागे के विरु द्ध विधिक कार्य वाही की जायेगी। इस प्रकार यूनियन बैंक खातो से अधिवक्ताओ का पैसा रहस्यमय ढंग से निकलना व छह-सात माह बाद लंबी लड़ाई के बाद खातों में पैसा वापस आना जो काफी चर्च का विषय बना हुआ है। वहीं कुछ लोगो का कहना है कि विद्वान अधिवक्ताओ ने तो कानूनी लड़ाई लड़कर अपना पैसा वापस लाने में तो सफल रहे वहीं आम आदमी का पैसा आए दिन खातों से रहस्यमय ढंग से निकल जाने की शिकायते आम सुनी जाती हैं लेकिन उनको न्याय नहीं मिल पाता है। सरकार को चाहिए कि कोई ऐसा कानून बनाए कि जिससे कोई गलत आदमी पैसा न निकाल सके।
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